भोपाल एसटीएफ ने प्रॉपर्टी डीलर को दबोचा, हंगामा - पूर्व मुख्यमंत्री से धोखाधड़ी
भोपाल एसटीएफ ने प्रॉपर्टी डीलर को दबोचा, हंगामा - पूर्व मुख्यमंत्री से धोखाधड़ी
डिजिटल डेस्क जबलपुर । भोपाल से आई एसटीएफ की टीम दीक्षितपुरा में मंगलवार की रात एक प्रॉपर्टी डीलर के घर अचानक पहुँच गई। इस टीम ने प्रॉपर्टी डीलर महेन्द्र पटेल को जब अपने साथ ले जाने की कोशिश की, तो उसके परिजनों ने विरोध प्रकट किया। इस दौरान हो हल्ला सुनकर आसपास के लोग भी घर के सामने एकत्र हो गए, लेकिन जब उन्होंने पुलिस की गाडिय़ाँ देखीं तो वे यह पता लगाने की कोशिश करने लगे कि आखिर मामला क्या है। एसटीएफ की टीम ने लोगों से पूछने पर यही कहा कि यह एक बड़ा मामला है, जिसके लिए महेन्द्र पटेल को ले जाया जा रहा है। ढाई वर्ष पहले भी पूर्व मुख्य मंत्री से की गई धोखाधड़ी के मामले में महेन्द्र को पूछताछ के लिए ले जाया गया था।
चर्चाओं का दौर
कुछ लोग इसे हनी ट्रैप से जोडऩे की कोशिश करते पाये गए, लेकिन इसकी पुष्टि एसटीएफ ने फिलहाल नहीं की है। एसटीएफ की टीम ने स्थानीय पुलिस को भी कोई जानकारी नहीं दी है। इस कारण ही लोगों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
नहर में बहे मछुआरे का शव बरामद
पनागर थाना क्षेत्र स्थित परियट नहर में मंगलवार की सुबह मछली पकडऩे के लिए बिछाया गया जाल नहर में फँस गया था। जाल को निकालते समय एक मछुआरा नहर में बह गया था। उसकी तलाश के दौरान घटनास्थल से काफी दूर ग्राम सिंगौद के पास पत्थरों के बीच फँसा उसका शव बरामद किया गया। शव बरामद होने पर पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पीएम के लिए भेजा।
ज्ञात हो कि मंगलवार की सुबह फूटाताल निवासी विकास उर्फ विक्कू कश्यप अपने साथी राकेश व अन्य के साथ परियट नहर में मछली पकडऩे के लिए गया था। वहाँ पर सुबह 9 बजे के करीब नहर में फेंका गया जाल नहर में फँस गया था। जाल फँसने के बाद विकास नहर में उतरकर जाल निकाल रहा था, उसी दौरान वह तेज बहाव में बह गया। विकास को नहर में बहता देख उसके साथियों ने ग्रामीणों से मदद की गुहार लगाई और पुलिस को सूचना दी। घटना के बाद परिजनों के साथ ही ग्रामीण और पुलिस के गोताखोरों द्वारा विकास की तलाश की जा रही थी। सुबह सूचना मिली कि सिंगौद के पास नहर में पत्थरों के बीच एक शव नजर आ रहा है। शव बरामद होने पर परिजनों से उसकी पहचान कराए जाने के बाद शव को पीएम के लिए भेजा गया।