बिहार बाढ़: 29 दिन में बह गया 264 करोड़ का पुल, नीतीश ने किया था उद्घाटन, तेजस्वी बोले- लूट मची है

बिहार बाढ़: 29 दिन में बह गया 264 करोड़ का पुल, नीतीश ने किया था उद्घाटन, तेजस्वी बोले- लूट मची है

Bhaskar Hindi
Update: 2020-07-16 08:37 GMT
बिहार बाढ़: 29 दिन में बह गया 264 करोड़ का पुल, नीतीश ने किया था उद्घाटन, तेजस्वी बोले- लूट मची है
हाईलाइट
  • 29 दिन में बह गया गोपालगंज में बना 264 करोड़ का पुल
  • तेजस्वी यादव ने साधा निशाना
  • कहा- चारों तरफ लूट ही लूट
  • बिहार में बाढ़ के कहर ने खोली नीतीश सरकार की पोल

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में भारी बारिश के कारण हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। राज्य में जारी बाढ़ के कहर ने अब सरकार की पोल भी खोल दी है। दरअसल बिहार के गोपालगंज में 264 करोड़ की लागत से बना पुल महज 29 दिन के अंदर पानी में बह गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 16 जून को पटना से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस सत्तर घाट महासेतु का उद्घाटन किया था। इसको लेकर विपक्षी दलों ने नीतीश सरकार पर निशाना भी साधा है।

बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने तंज कसते हुए कहा, खबरदार, किसी ने इसे नीतीश कुमार का भ्रष्टाचार कहा तो। तेजस्वी ने अपने अधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर पुलिया और पहुंच पथ की तस्वीर और वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, 263 करोड़ रुपये की लागत से 8 साल में बना लेकिन मात्र 29 दिन में ढह गया पुल। संगठित भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह नीतीश जी इस पर एक शब्द भी नहीं बोलेंगे और ना ही साइकिल से रेंज रोवर की सवारी कराने वाले भ्रष्टाचारी सहपाठी पथ निर्माण मंत्री को बर्खास्त करेंगे। बिहार में चारों तरफ लूट ही लूट मची है।

इतने की तो इनके चूहे शराब पी जाते हैं- तेजस्वी
एक अन्य ट्वीट में तेजस्वी ने कटाक्ष करते हुए लिखा, 8 साल में 263 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित गोपालगंज के सत्तर घाट पुल का 16 जून को नीतीश जी ने उद्घाटन किया था। 29 दिन बाद यह पुल ध्वस्त हो गया। खबरदार! अगर किसी ने इसे नीतीश जी का भ्रष्टाचार कहा तो? 

कांग्रेस ने भी नीतीश सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और युवक कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ललन कुमार ने कहा कि, भाजपा और जदयू सरकार की यह भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा है। सृजन घोटाले की अभी जांच पूरी हो भी नहीं पाई की पुल पर इतना बड़ा घोटाला सामने आ गया। उन्होंने कहा, अब इसकी मरम्मत के नाम पर मंत्री और अधिकारी मालामाल होंगे। बाढ़ के दौरान मरम्मत के नाम पर यहां प्रतिवर्ष करोड़ों खर्च होता है। बाढ़ यहां के सत्तापक्ष के नेताओं और अधिकारियों के लिए पर्व-त्यौहार के समान है।

पुल टूटने से कई जिलों का संपर्क टूटा
बता दें कि, बिहार के गोपालगंज जिले में गंडक नदी के तेज बहाव का दबाव एक महीने पहले बना रामजानकी पथ नहीं झेल सका और टूट गया, जिससे इस सड़क पर आवगमन बाधित हो गया है। बैकुंठपुर ब्लॉक के खोम्हारीपुर में पुलिया के पास सड़क टूटने से उत्तर बिहार के कई जिलों का संपर्क टूट गया। यह सड़क मुख्य रूप से पूर्वी चंपारण के केसरिया तथा बैकुंठपुर को जोड़ता है। पुल, पुलिया और संपर्क पथ के निर्माण में लगभग 263 करोड़ रुपये की राशि खर्च की गई थी।

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