काफी खतरनाक है बर्ड फ्लू, विभाग ने भले की है पूरी तैयारी, पर जहाँ तक हो अंडा और चिकन खाने से बचें
काफी खतरनाक है बर्ड फ्लू, विभाग ने भले की है पूरी तैयारी, पर जहाँ तक हो अंडा और चिकन खाने से बचें
डिजिटल डेस्क जबलपुर । इन्दौर में बर्ड फ्लू की एन्ट्री के बाद से शहर में अंडा और चिकन के शौकीनों की परेशानियाँ बढऩे वाली हैं। जी हाँ, जानकारों के अनुसार ये वायरस इतना खतरनाक है कि पक्षियों की तरह इंसानों की जान भी ले सकता है। पशु चिकित्सा विभाग का दावा है कि इस वायरस को लेकर पूरी तरह से अलर्ट जारी है और उससे निपटने के लिए तैयारियाँ पूरी हैं, लेकिन जानकारों का दावा है कि इस वायरस के कम होने तक जहाँ तक संभव हो चिकन और अंडे से परहेज ही किया जाए।
क्या होता है बर्ड फ्लू
बर्ड फ्लू को एवियन इन्फ्लूएंजा (एच5एन1) वायरस के नाम से भी जाना जाता है, यह एक प्रकार का वायरल इन्फेक्शन होता है। इससे सिर्फ पक्षी ही नहीं बल्कि मनुष्य और अन्य जानवर भी संक्रमित हो जाते हैं। हालाँकि यह वायरस मुख्य रूप से सिर्फ पक्षियों तक ही सीमित होता है एवं बहुत ही दुर्लभ मामलों में मनुष्य भी इससे संक्रमित हो जाते हैं।
कैसे पहुँचता है इंसानों तक
ये बीमारी संक्रमित मुर्गियों या अन्य पक्षियों के बेहद निकट रहने से ही फैलती है। इंसानों में ये वायरस उनकी आँखों, मुँह और नाक के जरिए फैलता है। इसके अलावा इंफेक्टिड बड्र्स की सफाई या उन्हें नोंचने से भी इंफेक्शन फैलता है।
अंडे से भी फैल सकता है फ्लू
जानकारों का यहाँ तक दावा है कि बर्ड फ्लू दूषित अंडे या चिकन से भी फैल सकता है। इस बात का पता कर पाना काफी मुश्किल है कि चिकन या अंडा पूरी तरह से पक सका है या नहीं। ऐसे में कोरोना काल में नए संक्रमण का शिकार होने से बचने के लिए चिकन व अंडे से परहेज किया जाए।
क्या है बर्ड फ्लू से बचाव
जानकारों की मानें तो संक्रमित के अलावा खासकर मरे पक्षियों से दूर रहें। कोशिश करें कि संक्रमण वाले क्षेत्रों में ना जाएँ। साथ ही चिकन और अंडे को खाने से बचें।
टीम मंडला तक पहुँची
बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए पशु चिकित्सा विभाग की टीम मंगलवार को मंडला तक गई थी। पशु चिकित्सा विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ. एपी गौतम के नेतृत्व में टीम ने जगह-जगह जाँच की और सभी संबंधितों को आवश्यक निर्देश जारी किए।
इकलौती है जाँच लैब
बर्ड फ्लू या पक्षियों में होने वाले वायरसों की जाँच के लिए एकमात्र लैब भोपाल में स्थित है। वहाँ पर पूरे देश से आने वाले नमूनों की जाँच की जाती है।
इनका कहना है
चूँकि अभी जबलपुर में बर्ड फ्लू किसी भी पक्षी में नहीं पाया गया, इसलिए अभी उससे डरने की जरूरत नहीं है। फिर भी सतर्क रहना जरुरी है। हम भी पूरी एहतियात बरत रहे हैं।
-डॉ. एपी गौतम, ज्वाइंट डायरेक्टर, पशु चिकित्सा विभाग