कलयुग में श्रवण कुमार बने ब्रह्मचारी,कंधे पर बैठाकर मां को कराई चार धाम की यात्रा
कलयुग में श्रवण कुमार बने ब्रह्मचारी,कंधे पर बैठाकर मां को कराई चार धाम की यात्रा
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। अपनी 94 वर्षीया मां कीर्ति देवी को कांवड़ में बैठा कर चार धाम और आठ ज्योतिर्लिंग की यात्रा तथा नर्मदा जी की परिक्रमा कराने वाले कैलाश गिरी ब्राहृचारी सोमवार को कुछ देर के लिए कलेक्टर कार्यालय में रूके। इसकी खबर जब कलेक्टर महेशचन्द्र चौधरी को लगी तो उन्होंने कलयुग के इस श्रवण कुमार को शाॅल एवं श्रीफल से सम्मानित किया। इसके साथ ही कलेक्टर ने उनकी माताजी को बाकायदा कुर्सी पर बैठाकर शाल एवं श्रीफल से सम्मान करते हुए पुष्पमाला पहनाई और उनके चरण-स्पर्श किए।
इस दौरान अपर कलेक्टर छोटे सिंह भी मौजूद थे। कलेक्टर से बातचीत के दौरान श्री गिरी ने नर्मदा तट पर वृद्धाश्रम बनाने की अपनी आकांक्षा प्रकट की। जिसपर कलेक्टर ने उन्हें आश्वस्त किया कि इस पुनीत संकल्प को पूरा करने में उन्हें हरसंभव सहयोग उपलब्ध कराया जाएगा। इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि मात श्री गिरी का व्यक्तित्व और मातृभक्ति प्रेरणाप्रद है। हम सभी को इनसे प्रेरणा लेकर अपने वृद्ध माता-पिता की सेवा करनी चाहिए। इसके उपरान्त हुई अधिकारियों की बैठक में भी कलेक्टर ने श्री गिरी द्वारा माता की अनुकरणीय सेवा का उल्लेख किया और उपस्थित अधिकारियों व कर्मचारियों से इस मिसाल से प्रेरणा लेने की अपेक्षा की।