अंतर्राज्जीय बस टर्मिनस के नाम पर सिर्फ नागपुर और रायपुर के लिए हो रहा बसों का संचालन

अंतर्राज्जीय बस टर्मिनस के नाम पर सिर्फ नागपुर और रायपुर के लिए हो रहा बसों का संचालन

Bhaskar Hindi
Update: 2020-10-24 09:23 GMT
अंतर्राज्जीय बस टर्मिनस के नाम पर सिर्फ नागपुर और रायपुर के लिए हो रहा बसों का संचालन

पूना, इलाहाबाद, बनारस, कानपुर, लखनऊ और बिलासपुर के लिए बसों की डिमांड ज्यादा 
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
करोड़ों की लागत से तैयार आईएसबीटी अब तक अपने नाम को साकार नहीं कर पाया है। यहाँ से प्रदेश के बाहर सिर्फ रायपुर और नागपुर के लिए बसों का संचालन हो रहा है। जबकि सर्वाधिक डिमांड पूना, इलाहाबाद, कानपुर, लखनऊ, बनारस  और बिलासपुर आदि बड़े शहरों की है।   पूना तो एजुकेशनल हब होने से यहाँ के लिए बसों का संचालन होना ही चाहिए। कहने को तो नागपुर से व्हाया जबलपुर होकर इलाहाबाद और बनारस एक दो बसों का संचालन होता है लेकिन शहर से सीधे तौर पर बसें चलने की आवश्यकता है। ताकि सवारियों को राहत मिल सके। 
फिलहाल नागपुर की डगर भी कठिन
सिवनी मार्ग बंद होने के कारण फिलहाल नागपुर की डगर भी कठिन हो गई है। छिंदवाड़ा होकर सिर्फ ऑल इंडिया परमिट बसों का संचालन नागपुर तक हो रहा है। बाकी की बसें नागपुर तक पहुँच नहीं बना पा रही हैं।
कहाँ-कहाँ जा रहीं बसें 
शहर के आईएसबीटी से दमोह, सागर, मण्डला, डिण्डौरी, रीवा, सतना, नरसिंहपुर, अमरकंटक, पन्ना, शहडोल, अनूपपुर, सिंगरौली, इंदौर, भोपाल आदि स्थानों के लिए बसों का संचालन हो रहा है। 
भटकती हैं सवारियाँ 
 अब समय आ गया है कि शहर से बड़े शहरों के लिए भी एसी स्लीपर कोच बसों का संचालन शुरू हो, ताकि लोगों को आपातस्थिति आने पर या फिर समय से ट्रेनों का रिजर्वेशन न मिलने पर भटकना न पड़े। 
इनका कहना है
यूपी के बस स्टैण्ड में यहाँ की गाडिय़ों को लगने नहीं दिया जाता, समस्याओं का समाधान यदि हो जाए तो सभी बड़े शहरों में बसें चलाने में कोई दिक्कत नहीं है।
-पिंटू तिवारी, अध्यक्ष बस ऑपरेटर एसोसिएशन

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