मुंबई के बाद चंद्रपुर महाराष्ट्र का सबसे प्रदूषित शहर, वायु गुणवत्ता में सुधार के मिले 396 करोड़ रुपए

मुंबई के बाद चंद्रपुर महाराष्ट्र का सबसे प्रदूषित शहर, वायु गुणवत्ता में सुधार के मिले 396 करोड़ रुपए

Tejinder Singh
Update: 2020-11-03 15:50 GMT
मुंबई के बाद चंद्रपुर महाराष्ट्र का सबसे प्रदूषित शहर, वायु गुणवत्ता में सुधार के मिले 396 करोड़ रुपए

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। राज्य में मुंबई के बाद चंद्रपुर में सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में शामिल हो गया है। यहां सभी प्रकार के वायु प्रदूषण का ग्राफ अत्याधिक बढ़ा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड(एमपीसीबी) ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी देते हुए बताया है कि चंद्रपुर के ताडाली एमआईडीसी क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर अत्याधिक बढ़ा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की वर्ष 2019-20 की रिपोर्ट में अप्रैल से दिसंबर 2019 व जनवरी से मार्च 2020 तक के प्रदूषण के आंकड़े दिए गए हैं। जिसमें राज्य के 25 शहरों को प्रदूषित क्षेत्र की सूची में शामिल किया गया है। इसका संदर्भ देते हुए प्रदूषण मामलों के जानकार तथा ग्रीन प्लैनेट सोसाइटी के अध्यक्ष प्रा. सुरेश चोपणे ने मंगलवार को बताया कि लॉकडाउन के दौरान प्रदूषण में 30 से 40 प्रतिशत की कमी आयी थी। परंतु अनलॉक होते ही स्थितियां बदल गई और प्रदूषण का स्तर बढ़ गया। 

वायु गुणवत्ता में सुधार के मिले 396 करोड़ रुपए

उधर केन्द्र सरकार ने दस लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए 15 राज्यों को 2,200 करोड़ रुपए जारी किए हैं। कुल धनराशि में से महाराष्ट्र को सबसे अधिक 396 करोड़ रुपये और मध्यप्रदेश 149.5 करोड़ रुपये दिए गए है। 15वें वित्त आयोग की सिफारिशों पर यह धनराशि जारी की गई है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन के मुताबिक इससे दस लाख से अधिक की आबादी वाले शहरों के स्थानीय निकायों के क्षमता निर्माण सहित वायु गुणवत्ता सुधारने के उपाय करने में राज्यों को मदद मिलेगी। जिन राज्यों के लिए यह धनराशि जारी की गई है, उनमें आंध्रप्रदेश, उत्तरप्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, गुजरात, तमिलनाडु, कर्नाटक, झारखंड, हरियाणा, पंजाब, छत्तीसगढ और बिहार शामिल है।

महाराष्ट्र के 6 शहरों में किया जाएगा वायु गणवत्ता में सुधार

पहली किस्त के रुप में महाराष्ट्र को 396 करोड़ रुपये मिले है। इस धनराशि से प्रदेश के 6 प्रदूषित शहरों में वायु गुणवत्ता सुधारने के उपाय करने के लिए अलग-अलग निधी आबंटित की है। जिन 6 प्रदूषित शहरों को निधी दिया गया है उनमें नागपुर को 33 करोड़, औरंगाबाद 16 करोड़, नासिक को 20.5 करोड़, पुणे 67 करोड़ रुपये, ग्रेटर मुंबई को 244 करोड़ रुपये और वसई-विरार को 16 करोड़ रुपये दिए गए है। बता दें कि केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार महाराष्ट्र के 17 से अधिक शहरों में वायु प्रदूषण का स्तर चिंताजनक स्थिति मे पहुंच गया है।

मध्यप्रदेश के 4 शहरों में किया जाएगा सुधार

मध्यप्रदेश को कुल धनराशि में से जारी 149.5 करोड़ रुपये में प्रदेश के चार शहरों में वायु गुणवत्ता में सुधार के उपाय किए जायेंगे। प्रदेश के जिन शहरों को अलग-अलग राशि आबंटित की गई है उनमें प्रदेश के सबसे प्रदूषित शहरो में से जबलपुर को 29 करोड़ रुपये, इंदौर को 50.5 करोड़ रुपये, ग्वालियर को 25.5 करोड़ रुपये और भोपाल को 44 करोड़ रुपये दिए गए 

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