छतरपुर विकास योजना 2035 प्रारूप प्रस्तुतीकरण के बिंदुओं पर चर्चा हुई

छतरपुर विकास योजना 2035 प्रारूप प्रस्तुतीकरण के बिंदुओं पर चर्चा हुई

Aditya Upadhyaya
Update: 2021-01-04 08:28 GMT
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डिजिटल डेस्क, छतरपुर। छतरपुर कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में छतरपुर विकास योजना 2035 के प्रारूप प्रस्तुतीकरण के बिंदुओं पर शनिवार को कलेक्ट्रेट व्हीसी कक्ष में जिला स्तरीय समिति की सम्पन्न बैठक में सदस्यों द्वारा विचार विमर्श एवं मंथन कर छतरपुर शहर के समृद्धशील विकास के निर्णय लिए गए। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष कलावती अनुरागी, छतरपुर वि.स. के विधायक आलोक चतुर्वेदी, सांसद प्रतिनिधि धीरेन्द्र नायक सहित सीएमओ छतरपुर, जीएम डीआईसी, ईई पीडब्ल्यूडी, जिला योजना एवं सांख्यिकी विभाग तथा नगर एवं ग्राम निवेश विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। जिला स्तरीय समिति में छतरपुर शहर के कलेक्टर बंगला से संकट मोचन पहाड़ी की चैड़ाई 35 मीटर, अस्पताल चैराहे से राजमहल तक 18 मीटर, राजमहल से थाना तक 12 मीटर तथा थाना से गांधी चैक कोतवाली तक 12 मीटर करने के प्रस्ताव पर सहमति जताई। इसी तरह बस स्टैण्ड से उप डाकघर, उप डाकघर से गांधी चैक, गांधी चैक से गोवर्धन टाकीज तथा गोवर्धन टाकीज से संकट मोचन मंदिर तक प्रस्तावित मार्ग की चैड़ाई 18-18 मीटर करने पर सहमति दी गई। वहीं सरानी मार्ग गांधी चैक से वर्तमान गल्ला मण्डी तक 12 मीटर, गल्ला मण्डी से औद्योगिक क्षेत्र बैलगाड़ी प्रोजेक्ट तक 18 मीटर, किशोर सागर मार्ग स्थित हनुमाद मंदिर से राजमहल तक और पोस्ट आॅफिस राजमहल तक 18-18 मीटर, खटकयाना मार्ग को 12 मीटर, छत्रसाल चैक से न्यायालय चैक तक 18 मीटर, तहसील कार्यालय से जेल चैराहे तक 18 मीटर तथा महाराजा कॉलेज मार्ग की चैड़ाई 30 मीटर प्रस्तावित करने पर सहमति दी गई। बैठक में पुराने बस स्टैण्ड डीओटी को देने, पठापुर को शहर से जोड़ने, यूनिवर्सिटी एवं गल्र्स कॉलेज के लिए भूमि का चिन्हांकन करने सहित अन्य बिंदुओं पर विचार विमर्श हुआ। विभागीय अधिकारियों से विभागवार सुझाव भी प्राप्त किए गए। इसी तरह शहर के प्रमुख चार रोड सहित महोबा रोड पर बस स्टैण्ड के लिए भी भूमि आरक्षित किए जाने के प्रस्ताव पर विचार विमर्श हुआ। बैठक में बताया गया कि नगर तथा ग्राम निवेश द्वारा छतरपुर अमृत शहर में शामिल है इसलिए पुनः अमृत गाइडलाइन के द्वारा छतरपुर विकास योजना 2035 प्रारूप प्रस्तुतीकरण का मास्टर प्लान बनाया जा रहा है। बैठक में विकास योजनाओं के क्रियान्वयन की क्रम अवस्था, छतरपुर शहर की 2035 की अनुमानित जनसंख्या, संसाधन गतिशीलता, असंगत एवं अकार्यक्षम भूमि का उपयोग, जल स्त्रोतों का विकास एवं संरक्षण, वर्तमान संदर्भ में यातायात के प्रस्ताव, पर्यावरण संरक्षण एवं प्रबंधन, नगरों का बहुआयामी केन्द्र के रूप में विकास तथा पूर्व विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में अब तक आई समस्या एवं उनके निराकरण के प्रस्ताव पर चर्चा की गई। बैठक में विकास योजनाओं की क्रियान्वयन की क्रमावस्था के तहत क्षेत्रीय बस स्थानक, नगरीय बस स्थानक पर चर्चा की गई। छतरपुर विकास योजना 2035 के लिए निवेश क्षेत्र के अंतर्गत नगर पालिका क्षेत्र सहित कुल 16 ग्राम सम्मिलित किए गए है, जिसका क्षेत्रफल 13030.45 हेक्टेयर प्रस्तावित है। जिला स्तरीय समिति असंगत अकार्यक्षम भूमि उपयोग के संदर्भ में छतरपुर शहर के आरंभ से अनाज एवं फल मण्डी, परिवहन अभिकरण, फर्नीचन दुकानें, कबाड़ी बाजार, तहसील कार्यालय परिसर के प्रस्तावित स्थल एवं रिक्त होने पर प्रस्तावित भूमि के उपयोग पर चर्चा का निर्णय लिया। इसी तरह जो कृषि भूमि है वहां स्टेडियम के लिए भूमि उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा प्रमुख मार्गों पर स्टेडियम ग्राउण्ड के लिए भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित करने के प्रस्ताव पर सुझाव प्राप्त किए गए।

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