चित्रकूट , मैहर  जुड़ेंगे  प्रयाग, वाराणसी और अयोध्या, भारत माला प्रोजेक्ट - 2661 करोड़ का डीपीआर 

 चित्रकूट , मैहर  जुड़ेंगे  प्रयाग, वाराणसी और अयोध्या, भारत माला प्रोजेक्ट - 2661 करोड़ का डीपीआर 

Bhaskar Hindi
Update: 2019-05-30 08:33 GMT
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डिजिटल डेस्क, सतना। केंद्र सरकार के भारत माला प्रोजेक्ट के तहत जिले के सुप्रसिद्ध तीर्थ स्थल चित्रकूट को मां शारदा के पावन धाम मैहर को 119 किलोमीटर लंबी फोरलेन रोड से जोड़ने के लिए 2661  करोड़ डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) को भेजी है। सूत्रों ने बताया कि जल्दी ही स्वीकृति की उम्मीद है। शुरुआती सर्वे के बाद डीपीआर अंतिम स्वीकृति के लिए केंद्र को भेजा गया है। उल्लेखनीय है, इस राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना के पूरा होते ही जिले के मैहर और चित्रकूट जैसे पवित्र तीर्थस्थल इसी नेशनल कॉरिडोर के जरिए प्रयाग, वाराणसी और अयोध्या से सीधे जुड़ जाएंगे। 
 

भू अर्जन पर खर्च होंगे  877 करोड़ 
चित्रकूट से मैहर के बीच 119 किलोमीटर पर प्रस्तावित 2661 करोड़ की फोर लेन सड़क का काम 3 अलग-अलग पैकेज में पूरा किया जाएगा। एनएचएआई का कटनी आफिस इसे कंट्रोल करेगा। सूत्रों ने बताया कि इस मद में भूअर्जन व्यय पर 877 करोड़ रुपए के खर्चे का अनुमान है। कुल 673 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। जिसमें से 562 हेक्टेयर भूमि प्रायवेट और 111 हेक्टेयर जमीन शासकीय होगी। 
 

निर्माण के 3 पैकेज
प्रथम पैकेज के तहत चित्रकूट से कोठी के बीच 55 किलोमीटर पर 1026.54 करोड़  की लागत का अनुमान है।  कुल 268 हेक्टेयर भूमि अर्जित की जाएगी। जिसमें से  196 हेक्टेयर भूमि निजी और 72 हेक्टेयर भूमि शासकीय होगी। लगभग 347 करोड़ का भू अर्जन व्यय आएगा। इस पैकेज के अंतर्गत प्रति किलोमीटर पर 18 करोड़ 66 लाख रुपए के खर्चे का अनुमान है। इसी प्रकार दूसरे पैकेज के तहत कोठी से सतना के बीच  21 किलोमीटर पर 530 करोड़ की लागत प्रस्तावित है। कुल 122 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। जिसमें  104 हेक्टेयर निजी और 17 हेक्टेयर सरकारी जमीन होगी। 172 करोड़  का भू अर्जन व्यय आएगा। इस पैकेज के अंतर्गत प्रति किलोमीटर पर 24 करोड़ 11 लाख के खर्चे का अनुमान है। जबकि सतना से मैहर के बीच 39 किलोमीटर के फोर लेन वर्क पर 1063 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसके लिए 284 हेक्टेयर जमीन की जरुरत होगी। जिसमें से 262 हेक्टेयर भूमि निजी स्वत्व और  22 हेक्टेयर  जमीन सरकारी है। भूअर्जन पर 358 करोड़  रुपए खर्च होंगे। इस पैकेज के अंतर्गत प्रति किलोमीटर पर 27 करोड़ 46 लाख रुपए खर्च होंगे।  
 

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