सिटी अस्पताल कर्मी देवेश ने उगला फर्जी आईडी का राज -बयाान में कहा-मोखा के कहने पर बेटे हरकरण ने उपलब्ध कराई थी

सिटी अस्पताल कर्मी देवेश ने उगला फर्जी आईडी का राज -बयाान में कहा-मोखा के कहने पर बेटे हरकरण ने उपलब्ध कराई थी

Bhaskar Hindi
Update: 2021-05-17 09:04 GMT
सिटी अस्पताल कर्मी देवेश ने उगला फर्जी आईडी का राज -बयाान में कहा-मोखा के कहने पर बेटे हरकरण ने उपलब्ध कराई थी

डिजिटल डेस्क जबलपुर । नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में रिमांड पर लिए गए सिटी अस्पताल कर्मी ने एसआईटी के समक्ष बड़ा खुलासा किया है। पूछताछ में उसने बताया कि जिस फर्जी आईडी से इंदौर से नकली इंजेक्शन की खेप जबलपुर बुलाई गई थी वह आईडी अस्पताल संचालक मोखा के कहने पर उसके बेटे हरकरण द्वारा उपलब्ध कराई गई थी। इस जानकारी के बाद अब पुलिस मोखा के बेटे से भी पूछताछ करेगी। वहीं एसआईटी के सामने रविवार को भी कुछ शिकायतकर्ताओं ने उपस्थित होकर नकली इंजेक्शन लगाए जाने पर मरीजों की मौत होने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की माँग की है। सूत्रों के अनुसार नकली इंजेक्शन की खेप बुलाने के मामले में सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत सिंह मोखा के अलावा अस्पताल कर्मी देवेश चौरसिया व अन्य को आरोपी बनाया गया था। मोखा जेल में है वहीं इस मामले की जाँच में जुटी एसआईटी ने देवेश चौरसिया को 5 दिन की रिमांड पर लिया है। रविवार को उससे फिर सघन पूछताछ की गई। जानकारों के अनुसार पूछताछ में उसने कबूल किया कि उसने नकली इंजेक्शन मंगाने के लिए जो आईडी इंदौर भेजी थी, वह मोखा के कहने पर उनके बेटे हरकरण ने दी थी। इससे पूर्व ऐसे ही बयान इंदौर से पूछताछ के लिए लाए गए प्रखर कोहली ने भी दिए थे। दोनों बयानों के आधार पर पुलिस अब मोखा के बेटे को भी आरोपी बना सकती है। 
शिकायत करने पहुँचे परिजन
एसआईटी के समक्ष उपस्थित हुए महानद्दा निवासी अनूप गायकवाड़ ने शिकायत देकर बताया कि विजय नगर सर्वे क्वार्टर निवासी अनीष व  दमोहनाका निवासी विनीत जायसवाल ने उनके परिवार के राजेश जायसवाल और गुरु नानक वार्ड कटनी निवासी कैलाश चंचलानी ने शिकायत देकर बताया कि मंडला निवासी उनके ससुर लक्ष्मण दास की मौत सिटी अस्पताल में इलाज में हुई लापरवाही के चलते होना बताते हुए कार्रवाई की माँग की है। वहीं हिमांशु तिवारी के साथ पहुँचे अन्य अधिवक्ताओं ने पुलिस सेे शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है। 
मोखा के घर पर दी दबिश 
जानकारों के अनुसार देवेश चौरसिया के बयान के आधार पर एसआईटी की टीम ने मोखा के सिविल लाइन स्थित आवास पर दबिश दी, लेकिन मोखा के बेटे का पता नहीं चल सका। इस दौरान जाँच टीम ने मोखा के परिजनों से पूछताछ की लेकिन उनके द्वारा हरकरण के संबंध में कोई जानकारी नही दी गई, जिसके बाद अब टीम मोखा के बेटे के मोबाइल लोकेशन के आधार पर उसकी तलाश में जुटी है। 
अस्पताल के वेस्टेज रूम में मिले महत्वपूर्ण साक्ष्य 
नकली रेमडेसिविर इंजेक्शनों की खाली शीशियाँ बरामद करने के लिए जाँच टीम ने अस्पताल के वेस्टेज रूम की जाँच की, जहाँ पर कोविड की पूरी वेस्टेज सामग्री रखी जाती थी। जाँच के दौरान यहाँ से महत्वपूर्ण साक्ष्य मिले हैं। जानकारों के अनुसार इस रूम की करीब 5 घंटे तक जाँच की गई, जिसके चलते वहाँ मौजूद सीएसपी आरडी भारद्वाज कोरोना संक्रमित हो गए और इस समय वे इलाजरत बताए जा रहे हैं। 

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