जबलपुर-भोपाल फोरलेन के पहले हिस्से को मार्च तक पूरी तरह से तैयार करने का दावा, बंद काम को चालू कराया गया

जबलपुर-भोपाल फोरलेन के पहले हिस्से को मार्च तक पूरी तरह से तैयार करने का दावा, बंद काम को चालू कराया गया

Bhaskar Hindi
Update: 2020-12-25 09:35 GMT
जबलपुर-भोपाल फोरलेन के पहले हिस्से को मार्च तक पूरी तरह से तैयार करने का दावा, बंद काम को चालू कराया गया

एमपीआरडीसी का कहना एप्रोच सड़क वाले हिस्से में काम चालू, जहाँ पर मूवमेंट कम था वहाँ भी गति बढ़ाई गई
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
जबलपुर-भोपाल फोरलेन का निर्माण कार्य जो बंद हो चुका था अब वह कई जगहों पर चालू करा दिया गया है। मध्य प्रदेश रोड डेवलपमेंट कार्पोरेशन के अधिकारियों का कहना है कि 55 किलोमीटर शुरूआती सड़क का हिस्सा जो जनवरी तक पूरा हो जाना था वह अब मार्च के अंतिम सप्ताह तक पूरा हो सकता है। इसके निर्माण का मूवमेंट पहले के मुकाबले अब दावा किया जा रहा है कि बढ़ गया है और किसी भी जगह काम बंद नहीं है। एमपीआरडीसी का कहना है कि जहाँ भी एप्रोच वाले हिस्से में काम धीमी गति में था वहाँ पर निर्माण को लेकर अब विशेष ध्यान दिया जाएगा। जो निर्धारित टारगेट है उससे थोड़ा ज्यादा समय यानी मार्च तक कार्य को पूरा कर लिया जाएगा। फिलहाल अभी सड़क में अनेकों जगह डायवर्सन हैं, चलने के दौरान तकलीफें बरकरार हैं।    गौरतलब है कि भोपाल सड़क के पहले हिस्से का काम 400 करोड़ रुपए की लागत से अंधमूक चौराहे से नरसिंहपुर की सीमा  हिरण नदी तक किया जा रहा है। यह सड़क शहरी सीमा में सर्विस रोड के साथ करीब 200 फीट चौड़ाई में बन रही है। इसका काम 90 फीसदी पूरा होना बताया जा रहा है। जहाँ पर अभी निर्माण नहीं हो सका है उसमें ज्यादातर हिस्सा एप्रोच वाली सड़क का है। एमपीआरडीसी के डीएम राजेन्द्र चंदेल कहते हैं कि साल के शुरूआत जनवरी में सड़क बनकर तैयार किये जाने का हमारा टारगेट था। अब हर हाल में इसको मार्च तक पूरा बना दिया जाएगा। निर्माण की गति लगभग हर हिस्से में बढ़ा दी गई है। कहीं भी काम बंद नहीं है। 
स्कूल के कारण अटकी एप्रोच रोड 
तेवर अंडर व्हीकल पास के नजदीक शासकीय स्कूल की पुरानी बिल्डिंग को तोड़ा जाना है। इस स्कूल का नया भवन अभी बन रहा है इसके चलते पुराने भवन को तोड़ा नहीं जा सका है। स्कूल की वजह से एप्रोच सड़क नहीं बन सकी है। एमपीआरडीसी का कहना है कि इस स्कूल के लिए नया भवन बनते ही एप्रोच वाली रोड को बना  दिया जाएगा। इसी तरह भेड़ाघाट अंडर व्हीकल पास की एप्रोच वाली सड़क में भी अतिक्रमण जरूर हट गये हैं पर यहाँ पर ज्यादा काम बाकी है। सड़क का मिलान से लेकर बड़ी बनना है। अभी फिलहाल तेवर और भेड़ाघाट के हिस्से में जहाँ पर निर्माण नहीं हो सका है वहाँ पर धूल से आदमी नहा रहा है। जहाँ पर डामरीकरण या सीमेण्टेड सड़क नहीं बनी वहाँ पर धूल सुबह-शाम निकलने वालों के लिए मुसीबत बनी हुई है। 
शहपुरा के हिस्से में ज्यादा काम बाकी 
शहपुरा के आसपास और ऑयल डिपो के पीछे वाले हिस्से में जहाँ पर रोड एलाइमेंट होना है वहाँ पर काम बाकी है। इस पूरे क्षेत्र में अभी सड़क उतनी नहीं बनी जितनी उम्मीद की जा रही थी। बताया जा रहा है कि अब यहाँ पर काम तेज िकया जाएगा। सड़क वैसे 18 माह में बनकर तैयार हो जानी थी यह समय अब निकल गया है। लॉकडाउन के समय 4 माह तक सड़क में काम नहीं हो सका। इसके बाद ट्रेंड लेबर का अभाव हो गया। इसके बाद बिना वजह काम बंद कर दिया गया, अब कहा जा रहा है कि काम को चालू कर दिया गया है।
 

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