नाणार परियोजना को लेकर सीएम ने कहा - शिवसेना के सभी सवालों के जवाब हैं मेरे पास

नाणार परियोजना को लेकर सीएम ने कहा - शिवसेना के सभी सवालों के जवाब हैं मेरे पास

Tejinder Singh
Update: 2018-07-16 12:23 GMT
नाणार परियोजना को लेकर सीएम ने कहा - शिवसेना के सभी सवालों के जवाब हैं मेरे पास

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोकण में प्रस्तावित नाणार ग्रीन रिफायनरी परियोजना को लेकर सहयोगी दल शिवसेना के विरोध के मद्देजनर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि मेरे पास उनके सभी सवालों के जवाब हैं। उन्होंने कहा कि कुछ एनजीओ ने परियोजना को लेकर स्थानीय लोगों को भड़काया है। मुझे विश्वास है कि यह परियोजना लगेगी। सोमवार को सुयोग पत्रकार निवास में पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि विपक्ष हंगामा कर सदन की कार्यवाही नहीं चलने दे रहा है, जबकि अभी कई महत्वपूर्ण विधेयक पारित किए जाने हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस-राकांपा सरकारी योजनाओं को लेकर राजनीति कर रही है। सत्ता में सहभागी शिवसेना के विरोध की बाबत उन्होंने कहा कि नाणार पर हमने अपनी भूमिका स्पष्ट कर दी है। शिवसेना के सभी सवालों का मेरे पास वैज्ञानिक तौर पर जवाब है। इसके पहले हुई बैठक में शिवसेना की सारी मांगे मानी गई थीं। बैठक की कार्यवाही का ब्यौरा मेरे पास उपलब्ध है। सब कुछ सही था, लेकिन कुछ एनजीओ ने वहां जाकर स्थानीय लोगों को भड़काया कि ग्रीन रिफानरी परियोजना से आम के बाग खत्म हो जाएंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ-साथ शिवसेना विधायकों ने भी मुझे सदन का नेता चुना है।

सरकारी परियोजना है ग्रीन रिफायनरी
उन्होंने कहा कि फिलहाल नाणार परियोजना के लिए जगह बदलने का कोई विचार नहीं है। क्योंकि इस परियोजना के लिए समुद्री किनारे की जरूरत है। उन्होंने कहा कि दुबई की कंपनी सौदी अरमाको इस परियोजना के लिए सिर्फ टेक्निकल साक्षीदार है। यह सरकार की परियोजना है। देश की तीन सरकारी तेल कंपनियों की इसमें सर्वाधिक हिस्सेदारी है। दूध आंदोलन पर बातचीत को तैयार सरकार दूध की कीमतों को लेकर शुरु आंदोलन की बाबत मुख्यमंत्री ने कहा कि दूध की आपूर्ति बहाल रहेगी। सरकार इस मामले में आंदोलनकारियों से बातचीत को तैयार है।

दूध उत्पादकों को दी जाने वाली मदद राशि सीधे उनके बैंक खाते में जमा करने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि केवल 40 फीसदी दूध उत्पादक सहकारी दुग्ध संघों को दूध देते हैं, जबकि 60 फीसदी कलेक्शन निजी डेयरी के माध्यम से होता है। जिसका कोई हिसाब सरकार के पास नहीं रहता। जबकि निर्यात का पूरा हिसाब रहता है। इससे दुग्ध उत्पादकों को सीधे मदद देने से भारी घोटाला सामने आ सकता है। उन्होंने कहा कि दूध आंदोलन जिस तरह से चलाया जा रहा है, वह सही नहीं है।

गौरतलब है कि स्वाभिमान शेतकर संगठन के अध्यक्ष राजू शेट्टी ने दूध की कीमतों में पांच रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की मांग को लेकर महाराष्ट्र में आंदोलन शुरु किया है। कई जगहों पर दूध टैंकरों पर हमले हुए हैं। इस बीच राज्य के दुग्ध उत्पादन मंत्री महादेव जानकर ने कहा है कि दूध आपूर्तिकर्ताओं को पुलिस संरक्षण प्रदान किया जाएगा। महत्वपूर्ण मंदिरों को सरकारी ट्रस्ट के अधीन लाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार पर मंदिरों को अपने कब्जे में लेने का कोई विचार नहीं है।

नागपुर में नहीं होंगे सभी अधिवेशन
विधानमंडल के शीतकालिन अधिवेशन की बाबत मुख्यमंत्री ने कहा कि मुंबई में विधायक निवास निर्माणाधीन है। काम पूरा होने तक विधायकों के निवास की व्यवस्था सरकार करेगी। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि सभी अधिवेशन नागपुर में ही होंगे। मुख्यमंत्री ने संकेत दिए है कि विधानमंडल का शीतकालिन सत्र मुंबई में ही होगा।

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