सीएए के विरोध में हुए प्रदर्शन को लेकर सीएम से की थी शिकायत - एएसपी, डीएसपी समेत दो थाना प्रभारियों का तबादला

सीएए के विरोध में हुए प्रदर्शन को लेकर सीएम से की थी शिकायत - एएसपी, डीएसपी समेत दो थाना प्रभारियों का तबादला

Bhaskar Hindi
Update: 2019-12-28 08:39 GMT
सीएए के विरोध में हुए प्रदर्शन को लेकर सीएम से की थी शिकायत - एएसपी, डीएसपी समेत दो थाना प्रभारियों का तबादला

डिजिटल डैस्क  जबलपुर । जबलपुर शहर में एनआरसी और सीएए के विरोध में 20 दिसम्बर को हुए प्रदर्शन के दौरान हुए उपद्रव, पथराव और तोडफ़ोड़ के मामले में पुलिस मुख्यालय द्वारा एएसपी शहर राजेश त्रिपाठी, सीएसपी देवेश पाठक एवं हनुमानताल थाना प्रभारी संजय सिंह इंदौलिया, गोहलपुर थाना प्रभारी प्रवीण धुर्वे को हटाया गया है। इन सभी का तबादला पुलिस मुख्यालय भोपाल कर दिया गया है। शहर के तीन थाना क्षेत्रों गोहलपुर, हनुमानताल एवं अधारताल में जो उग्र प्रदर्शन हुआ था उसमें मुख्यमंत्री एवं प्रदेश के गृह मंत्री तक शिकायतें की गई थीं। इन शिकायतों को लेकर ही यह कार्रवाई की गई। इधर शुक्रवार को पूरे दिन पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर रहा। तीनों थाना  क्षेत्रों में भारी पुलिस बल तैनात रहा। इस दौरान किसी प्रकार की कोई घटना सामने नहीं आई।  सुबह से ही पुलिस अलर्ट थी, इसके कारण साढ़े 7 सौ लोगों का बल तैनात किया गया था। सभी पुलिस कर्मियों से कहा गया था कि जब तक आदेश न हो किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जायेगी। सुबह से दोपहर तक तनाव की स्थिति बनी रही।  
वायरल वीडियो की जाँच सीएम के निर्देश पर ट्रांसफर 
एक प्रतिनिधि मंडल ने कैबिनेट मंत्री लखन घनघोरिया के साथ सीएम कमलनाथ और गृह मंत्री बाला बच्चन से मुलाकात की। पीडि़तों की बात सुनने के बाद सीएम ने दोषी पुलिस वालों पर तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। साथ ही यह आश्वासन भी दिया कि निर्दोष लोगों पर कायम हुए मुकदमे सरकार वापस लेगी। प्रतिनिधि मंडल में शामिल मतीन अंसारी, पार्षद ताहिर अली, आजम खान, राजू लाईक, शफीक हिना, गुलाम हुसैन के अनुसार सीएम द्वारा दिए गए निर्देश के कुछ घंटों के बाद ही आरोपी पुलिस वालों को हटा दिया गया।
जिला अधिवक्ता संघ ने जताया िवरोध7  सीएए बिल पर हंगामा एवं दंगों को शान्त कराने वाले एवं जबलपुर शहर के संवेदनशील इलाकों में शांति कायम करने वाले पुलिस अधिकारियों के स्थानांतरण का जिला अधिवक्ता संघ ने िवरोध िकया है। संघ पदाधिकारियों ने कहा िक शान्ति कायम करने के लिये जिन्हें पुरस्कार देना चाहिए उनका तिरस्कार किया जा रहा है।
इधर शहर के विभिन्न ग्रुपों में चल रहे पुलिस द्वारा उपद्रवियों की पिटाई करने के वीडियो की जाँच के आदेश एसपी अमित सिंह द्वारा दे दिये गए हैं। वीडियो जिसे यूपी पुलिस द्वारा जबलपुर का बताया गया उसके लिए साइबर टीम ने जाँच प्रारंभ कर दी है। इधर दूसरी तरफ जो आरोपियों की सूची जारी की गई है वह फर्जी साबित हुई है। उसमें जो आरोपियों के नाम व पता दिये गए हैं उनमें बहुत से तो यूपी के मुजफ्फरपुर के बताये गए हैं। उनमें फोटो भी जो दी गई है वे भी  वहीं की पाई गई। 
साइबर टीम ने खोजे भड़काने वाले मैसेज 
पुलिस ने वाट्स एप पर भड़काने वाले मैसेज करने वालों की खोज भी की है। वाट्स एप के एडमिन को भी कहा गया है कि वे उन लोगों को रिमूव कर दें जो कि भ्रामक जानकारी या फिर भड़काऊ पोस्ट भेज रहे हैं। उनकी जानकारी भी साइबर सेल को देने को कहा गया है। 
 

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