कोरोना के चलते रेल दुर्घटनाओं में आई कमी, पटरी पर जान गंवाने वाले हुए कम 

कोरोना के चलते रेल दुर्घटनाओं में आई कमी, पटरी पर जान गंवाने वाले हुए कम 

Tejinder Singh
Update: 2021-01-19 15:45 GMT
कोरोना के चलते रेल दुर्घटनाओं में आई कमी, पटरी पर जान गंवाने वाले हुए कम 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। लोकल ट्रेन इस शहर की लाईफ लाईन यानी जीवन रेखा मानी जाती है। प्रतिदिन 80 लाख लोगों को उनकी मंजिल तक पहुंचाने वाली लोकल ट्रेनों से चलके हर साल हजारों लोगों की जान भी जाती है। लेकिन लॉकडाउन के चलते मार्च 2020 से लोकल ट्रेनों में आम आदमी को यात्रा की इजाजत नहीं है। इसके चलते वर्ष 2019 की तुलना में 2020 में दुर्घटनाओं की संख्या में 65 प्रतिशत की गिरावट आई है। यह जानकारी सूचना अधिकार कानून के तहत हासिल हुए है। 

आरटीआई कार्यकर्ता शकील अहमद शेख ने मुंबई रेलवे पुलिस से जानकारी मांगी थी कि जनवरी 2020 से दिसंबर 2020 तक मुंबई उपनगरीय ट्रेनों से गिरकर या  पटरी पार करते हुए कितने लोग दुर्घटना के शिकार हुए। मुंबई रेलवे पुलिस के जन सूचना अधिकारी ने इस संबंध में जानकारी प्रदान की है। मुंबई लोकल ट्रेनों से गिरने या  पटरियों को पार करने के दौरान 1116 यात्रियों ने अपनी जान गंवा दी, जिसमें 983 पुरुष और 133 महिला यात्री थे।  साथ ही 878 यात्री घायल हुए।  जिसमें 688 पुरुष और 190 महिला यात्री शामिल हैं।  मध्य रेलवे लाइन पर कुल 523 यात्री मारे गए और 747 घायल हुए।  इसके अलावा, पश्चिमी रेलवे मार्ग पर कुल 369 यात्री मारे गए और 355 घायल हुए। वहीं 2013 से 2019 तक मुंबई उपनगरीय रेलवे ट्रैक पर पटरियों को पार करने के दौरान कुल 24534 यात्रियों ने अपनी जान गंवाई और कुल 26675 यात्री घायल हुए।

आरटीआई कार्यकर्ता शेख के अनुसार, बांबे हाईकोर्ट ने रेलवे पटरियों के दोनों ओर सुरक्षा दीवारों के निर्माण का आदेश दिया है। लेकिन रेलवे प्रशासन ने अब तक इस ओर ध्यान नहीं दिया। 
 
किस कारण से कितनी मौतें और चोटें

•    पटरी पार करते समय 730 यात्री मारे गए, 129 घायल हुए
•    चलती गाड़ी से गिरने से 177 यात्रियों की मौत, 361 घायल
•    रेलवे पोल से टकराकर गिरने से 2 यात्रियों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए।
•    प्लेटफार्म पर गिरने से 1 यात्री की मौत, 7 घायल
•    बिजली के झटके में 4 की मौत, 7 घायल
•    27 लोगों ने ट्रेन के सामने आकर की आत्महत्या 
•    बीमारियों के कारण 167 यात्रियों की मौत 114  घायल
•    अन्य कारणों में 6 यात्रियों की मौत और 155  घायल ।
•    अज्ञात कारणों से 2 यात्रियों की मौत, 1 घायल।
 

 किस वर्ष कितनी मौतें 

 -2013 में कुल 3506 यात्री मारे गए और 3318 घायल हुए।
 
 2014 में कुल 3423 यात्री मारे गए और 3299 घायल हुए।
 
 2015 में कुल 3304 यात्री मारे गए और 3349 घायल हुए।
 
 2016 में कुल 3202 यात्री मारे गए, 3363 घायल हुए।
 
 2017 में कुल 3014 यात्री मारे गए, 3345 घायल हुए।
 
2018 में कुल 2981 यात्री मारे गए और 3349 घायल हुए।
 
2019 में कुल 2664 यात्री मारे गए, 3158 घायल हुए।
 
 

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