अतिक्रमण हटाने तोड़ी गई दुकान की शटर में था करंट , युवक की जान गई

 अतिक्रमण हटाने तोड़ी गई दुकान की शटर में था करंट , युवक की जान गई

Bhaskar Hindi
Update: 2019-06-17 13:51 GMT
 अतिक्रमण हटाने तोड़ी गई दुकान की शटर में था करंट , युवक की जान गई

डिजिटल डेस्क, सीधी। जिले के अमिलिया बाजार में अतिक्रमण रोधी मुहिम के दौरान गिराई गई  दुकान की शटर में करंट फैलने से उसकी चपेट में आये एक युवक की मौत हो गई जिससे आक्रोषित व्यापारियों ने  युवक का शव सड़क पर रखकर चक्काजाम कर दिया। करीब चार घंटे बाद अपर कलेक्टर व पुलिस अधिकारियों के समझाने के बाद नाराज लोगों ने प्रदर्शन बंद किया। प्रशासन द्वारा मार्ग को बहाल करते हुये शव को पीएम के लिये जिला अस्पताल भेजा गया।

मलवा उठाते वक्त हुआ हादसा

मिली जानकारी के अनुसार अमिलिया बाजार में प्रशासन द्वारा अतिक्रमण रोधी मुहिम देर शाम तक चलाई गई। जहां अतिक्रमण हटाने के दौरान एक मकान के शटर में करंट उतर गया। आज सोमवार की सुबह4 बजे सटर उठाने के दौरान राजेन्द्र गुप्ता उर्फ राजू गुप्ता पिता रामलखन गुप्ता उम्र 28 वर्ष करंट की चपेट में आ गया। गंभीर रूप से हताहत युवक को आनन फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिंहावल पहुंचाया गया, जहां उपचार के दौरान सुबह 7.30 बजे चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह जानकारी बाजार क्षेत्र में फैलते ही लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया। लाश को अमिलिया बाजार में रखकर आक्रोशित भीड़ ने मुख्य मार्ग में चक्काजाम शुरू कर दिया। मृतक के परिजनों एवं लोगों की मांग थी कि दोषी अधिकारियों के विरूद्ध विधिक व वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाय। जब तक दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई का आश्वासन नहीं मिल जाता उनका चक्काजाम चलता रहेगा। बाद में अपर कलेक्टर एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के करीब 12 बजे बाजार क्षेत्र में पहुंचकर दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई सुनिश्चित किये जाने का आश्वासन दिये जाने के बाद चक्काजाम खत्म किया  और प्रशासन द्वारा मार्ग को बहाल करते हुये लाश पीएम के लिये जिला मुख्यालय भेजवाया गया। चक्काजाम के दौरान मार्ग में फंसे यात्रियों  व वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा हैं। 

अधिकारियों पर कार्रवाई के लिये अड़े रहे व्यवसायी 

घटना में चक्काजाम के दोैरान अमिलिया बाजार क्षेत्र के व्यवसायी एसडीएम आरके सिन्हा, तहसीलदार सौरभ मिश्रा, नायब तहसीलदार प्रदीप सिंह, बहरी तहसीलदार एवं संविदाकार बघेल पर कार्रवाई के लिये अड़े रहे। व्यवसाइयों का आरोप था कि रविवार को बिना विधिक नोटिस जारी किये व बगैर बिजली सप्लाई बंद कराये रात करीब 8 बजे से 1 बजे रात तक बल पूर्वक अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। 
 

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