दंतेवाड़ा : मीलों का सफर कर लौटे 939 श्रमिकों को मिला काम,हुए घर आबाद

दंतेवाड़ा : मीलों का सफर कर लौटे 939 श्रमिकों को मिला काम,हुए घर आबाद

Aditya Upadhyaya
Update: 2020-07-10 09:17 GMT
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डिजिटल डेस्क दंतेवाड़ा | विभिन्न कार्यों में लगे 724 श्रमिकों को अब तक 7.26 लाख रूपए मजदूरी भुगतान दंतेवाड़ा, 09 जुलाई 2020 वैश्विक महामारी कोविड-19 के बीच छत्तीसगढ़ लौटे प्रवासी श्रमिकों की जिंदगी ने नई करवट लेना शुरू कर दिया है। शासन-प्रशासन द्वारा उनकी रोजी-रोटी की चिंता दूर करने अलग-अलग योजनाओं के तहत संचालित कार्यों में उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। साथ ही उनके हुनर की पहचान कर निजी क्षेत्र के नियोजकों से चर्चा कर उनकी रूचि के मुताबिक काम उपलब्ध कराने की पहल की जा रही है। देश के विभिन्न हिस्सों से दंतेवाड़ा लौटे 939 प्रवासी श्रमिकों को कलेक्टर श्री दीपक सोनी के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन द्वारा स्थानीय स्तर पर रोजगार मुहैया कराया गया है। ग्राम पंचायतों में संचालित क्वारेंटाइन सेंटस में 14 दिन और घर पहुंचने पर दस दिनों का होम-क्वारेंटाइन पूरा कर चुके प्रवासी श्रमिकों को मनरेगा और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के साथ ही लोक निर्माण, जल संसाधन एवं स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संपादित किए जा रहे कार्यों में रोजगार दिया जा रहा है। दंतेवाड़ा जिले में मनरेगा के तहत 504 प्रवासी मजदूरों को काम दिया गया है। गीदम जनपद पंचायत में 156, दंतेवाड़ा में 75, कुआंकोण्डा में 111 और कटेकल्याण जनपद पंचायत में 162 लोगों को मनरेगा के अंतर्गत किए जा रहे, डबरी निर्माण एवं भूमि समतलीकरण कार्य में रोजगार उपलब्ध कराया गया है। जिले में स्कूलों की मरम्मत, साफ-सफाई और रंगाई-पुताई के काम में 367 प्रवासी श्रमिक लगे हुए हैं। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 36 और लोक निर्माण विभाग द्वारा किए जा रहे सड़क निर्माण कार्यों में 10 मजदूर काम कर रहे हैं। जल संसाधन विभाग के नहर निर्माण कार्य में भी 13 प्रवासी मजदूरों को काम मिला हुआ है। बारसूर नगर पंचायत में चार श्रमिक भवन निर्माण के काम में लगे हुए हैं। साथ ही उद्योग विभाग में पाँच श्रमिक प्लास्टिक सामग्री का निर्माण कर रहे हैं। सभी श्रमिकों को 190 रूपए प्रतिदिन के मान से मजदूरी भुगतान किया जा रहा है। दंतेवाड़ा जिले में विभिन्न योजनाओं और विभागों में काम कर रहे 724 प्रवासी श्रमिकों को अब तक सात लाख 62 हजार 240 रूपए से अधिक का मजदूरी भुगतान किया जा चुका है। इससे इन्हें अपनी जिंदगी नए सिरे से शुरू करने में बड़ी मदद मिल रही है। स्कूलों में मरम्मत, साफ-सफाई व पुताई का काम कर रहे 367 प्रवासी श्रमिकों को एक लाख 88 हजार 610 रूपए का मजदूरी भुगतान किया गया है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत 36 प्रवासी श्रमिकों को 96 हजार, दंतेवाड़ा जनपद पंचायत में मनरेगा कार्यों में लगे प्रवासी श्रमिकों को 56 हजार 810 रूपए, गीदम में 2 लाख 80 हजार 50 रूपए, कटेकल्याण में 94 हजार रूपए और कुआंकोण्डा में 62 हजार 320 रूपए का मजदूरी भुगतान किया गया है। बारसूर में भवन निर्माण कर रहे श्रमिकों को छह हजार रूपए, लोक निर्माण विभाग के निर्माण कार्य कर रहे श्रमिकों को 1400 रुपये और जल संसाधन विभाग के नहर निर्माण में काम कर रहे मजदूरों को 13 हजार रूपए की मजदूरी का भुगतान किया गया है। राज्य शासन द्वारा रोजी-रोटी के लिए उठाए जा रहे त्वरित कदमों से प्रदेश वापस लौटे श्रमिक बड़ी राहत महसूस कर रहे हैं। निजी क्षेत्र के नियोक्ताओं से भी चर्चा कर उनके कौशल और रूचि के अनुसार रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में गंभीर पहल की जा रही है। स.क्र./690/दानेश्वरी

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