शक होने पर चिता से उठाया शव, पढ़ें पूरी खबर

शक होने पर चिता से उठाया शव, पढ़ें पूरी खबर

Bhaskar Hindi
Update: 2017-09-05 17:40 GMT
शक होने पर चिता से उठाया शव, पढ़ें पूरी खबर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार के दौरान उस समय हंगामा मच गया जब शव के पेट की बाईं ओर ऑपरेशन के निशान दिखाई दिए। परिजनों ने शंका होने पर शव को मोक्षधाम से उठाकर पुलिस थाने पहुंचाया। मृतक की पत्नी ने आरोप लगाया है कि डॉक्टरों ने उसके पति की किडनी चुरा ली है, जिससे उसकी मौत हुई है, जबकि व्यक्ति की मौत मस्तिष्क की बीमारी के चलते बताई गई। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल भेज दिया है।

मृतक हुकुमचंद नवखे चौकीकर (51) WCL वाघोड़ा कालोनी माइन नंबर-1 में खान मजदूर था। 31 अगस्त को अचानक तबीयत खराब होने पर उसे WCL के अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती किया गया। यहां से डाक्टरों ने उसे नागपुर रेफर कर दिया। हुकुमचंद को नागपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां उसके मस्तिष्क का ऑपरेशन किया गया। उपचार के दौरान हुकुमचंद की 3 सितंबर को मौत हो गई। परिजन शव को वाघोड़ा क्वार्टर लाकर 4 सितंबर को अंत्येष्टि के लिए मोक्षधाम ले गए।

इस दौरान परिजनों में से किसी ने मृतक के पेट की बाईं ओर ऑपरेशन का निशान देखा, जहां 16 टांके लगाए गए थे। परिजनों का आरोप है कि मृतक को मस्तिष्क की बीमारी थी। पेट की नहीं, फिर पेट का ऑपरेशन क्यों किया गया। मृतक की पत्नी का आरोप है कि डॉक्टरों द्वारा पति की किडनी चुराने से उसकी मौत हुई है। उसके बाद आफन-फानन में शव को मोक्षधाम से उठाकर पुलिस स्टेशन ले जाया गया।

डॉक्टरों को गिरफ्तार करने की मांग
WCL के कामगार संगठनों ने घटना की कड़ी निंदा की है। भारतीय मजदूर संघ माइन क्रमांक-1 के भालचंद्र नाटेकर एवं कामगार नेता रामराव मोवाडे ने मांग की है कि  यदि सही में किडनी अथवा अन्य अवयव निकाले गए हैं, तो डॉक्टरों पर कार्रवाई की जानी चाहिए।

सावनेर पुलिस स्टेशन के थानेदार बालासाहब गायगोले ने कहा कि मृतक की पत्नी तिलोतमा हुकुमचंद चौकीकर (45) की शिकायत पर अपराध दर्ज किया है। शव को पीएम के लिए मेडिकल नागपुर भेजा गया है। रिपोर्ट आने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।

Similar News