जिले में भी डेंगू का प्रकोप - रीवा में हुई 1 मौत, ट्रॉमा से 1 रेफर व 1 संदिग्ध भर्ती

  इलाज की  व्यवस्था न होने से बिगड़ी रहीं स्थितियां  जिले में भी डेंगू का प्रकोप - रीवा में हुई 1 मौत, ट्रॉमा से 1 रेफर व 1 संदिग्ध भर्ती

Bhaskar Hindi
Update: 2021-10-23 10:35 GMT
 जिले में भी डेंगू का प्रकोप - रीवा में हुई 1 मौत, ट्रॉमा से 1 रेफर व 1 संदिग्ध भर्ती

डिजिटल डेस्क सिंगरौली (वैढऩ)। जिले में डेंगू की बीमारी ने पैर पसारना शुरू कर दिया है। प्रदेशभर में जब डेंगू के केस बढ़ रहे थे, उस दौरान जिले में इसके कोई केस सामने नहीं आ रहे थे, लेकिन अब जब प्रदेश में डेंगू को लेकर धीरे-धीरे स्थितियां सुधरने लगी हैं, तो सिंगरौली जिले में इसके उल्टे डेंगू को लेकर हालात चिंताजनक निर्मित होने लगे हैं। स्थिति यह है कि जिले के एक 65 वर्षीय डेंगू मरीज की रीवा में इलाज दौरान मौत हो गई है। मृत डेंगू मरीज देवसर निवासी मुकुंदलाल कुशवाहा बताया जा रहा है। जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार, डेंगू से ग्रसित होने के साथ-साथ मुकुंदलाल का लीवर, किडनी फेल हो गया था और उसे गंभीर हालत में ट्रॉमा सेंटर (जिला अस्पताल) में भर्ती कराया गया था। यहां इलाज शुरू कर उसे दो यूनिट ब्लड भी चढ़ाया गया था, लेकिन कोई सुधार नहीं होने से उसे रीवा रेफर किया गया था। उसके परिजन उसे रीवा में स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज करा रहे थे, लेकिन वहां भी उसे कोई राहत नहीं मिल सकी और मौत हो गई। गंभीर स्थिति यह भी है कि जिले में डेंगू का कहर अब भी थमा नहीं है और डेंगू ने नए मरीजों के मिलने का भी क्रम जारी है।
इलाज के अभाव में एक और मरीज रीवा रेफर
डेंगू पॉजिटिव मिले नवानगर निगवासी 45 वर्षीय युवक को उसके परिजनों ने ट्रॉमा सेंटर में कुछ दिन पहले ही इस आस में भर्ती कराया था कि यहां इलाज मिल सकेगा। इस बीमार युवक को यहां पुरूष वार्ड में भर्ती कराया गया था, लेकिन डेंगू का इलाज ट्रॉमा में नहीं मिल पाने से परिजन परेशान हो उठे और पता करने पर उन्हें पता चला कि इस बीमारी की जिले में कहीं भी इलाज की सुविधा नहीं है। जिससे परिजन मजबूर होकर अपने मरीज को शुक्रवार का रीवा के लिए रेफर कराकर इलाज कराने ले गए।
डेंगू की एक संदिग्ध महिला भी भर्ती है ट्रॉमा में
जानकारी के अनुसार, ट्रॉमा सेंटर के महिला वार्ड में गंभीर हालत में भर्ती एक महिला में भी डेंगू के संदिग्ध लक्षण पाए गए हैं। इसलिए महिला का सैंपल डेंगू जांच के लिए कलेक्टर कर भेज दिया गया है और अब उसकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
आरटीपीसीआर लैब में हो रही डेंगू की जांच
ट्रॉमा में संचालित सेंट्रल पैथालॉजी लैब में तो कई प्रयासों के बाद डेंगू की जांच शुरू नहीं हो सकी। गनीमत है कि कोविड की रैपिड एंटीजन जांच के लिए तैयार की गई माइक्रोबायोलॉजी लैब लगभग तैयार हो चुकी है। लैब में साइंटिस्ट की भी पोस्टिंग हो चुकी है। इसलिए साइंटिस्ट शिवम सिंह द्वारा तात्कालिक व्यवस्था को सुचारू करने के लिए माइक्रोबायोलॉजी लैब में डेंगू की जांच शुरू कर दी गई है। बताया जा रहा है कि वह लैब में कोविड के साथ डेंगू की जांच करने के लिए तैयार हो गए हैं। यह जिले के लिए अच्छी खबर है।
डेंगू मरीजों के इलाज की जिले में क्यों नहीं कोई व्यवस्था?
डॉक्टरों का कहना है कि डेंगू से ग्रसित मरीजों के शरीर में प्लेटलेट्स काउंट में कमी की समस्या सर्वाधिक बनी रहती है। इसलिए डेंगू पीडि़त मरीजों के शरीर में प्लेटलेट्स कम होने पर प्लेटलेट्स चढ़ाने की जरूरत अक्सर पड़ती है, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिले में इसके लिए कहीं पर भी कोई व्यवस्था आज तक नहीं बन सकी है। इसलिए चिकित्सक भी चाहकर भी डेंगू के मरीज का पूरा इलाज नहीं कर पा रहे हैं और मरीजों को पूर्ण रूप से इलाज के लिए जिले से बाहर दौड़ लगानी पड़ती है।
इनका कहना है
डेंगू की जांच हमारे यहां हो रही है। डेंगू के कितने पॉजिटिव आए हैं और डेंगू से मौत के संबंध में भी अभी मुझे कोई जानकारी स्पष्ट नहीं है, मैं पता करके बता पाऊंगा।
- डॉ. एनके जैन, सीएमएचओ
 

 

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