सतना में तेज बारिश के साथ गिरे ओले, फसलों को भारी नुकसान

सतना में तेज बारिश के साथ गिरे ओले, फसलों को भारी नुकसान

Bhaskar Hindi
Update: 2019-01-27 12:06 GMT
सतना में तेज बारिश के साथ गिरे ओले, फसलों को भारी नुकसान

डिजिटल डेस्क सतना।  चमक और गरज के साथ हुई तेज बारिश से किसानों के होश उड़ गए हैं। तेज बारिश और आंधी के बीच ओले पडने के कारण फसलों को भी भारी नुकसान हुआ है। जिले के 5 तहसील क्षेत्रों के तकरीबन 68 गांवों में बेर बराबर ओलों की बरसात ने किसानों की नींद उड़ा दी। जानकारों ने बताया कि अमरपाटन और नागौद तहसील क्षेत्र के 20-20 गांव, रामनगर और मैहर तहसील क्षेत्र के 10-10 और उचेहरा तहसील क्षेत्र के 8 गांवों में कहीं बेर, तो कहीं आंवले के आकार के ओलों की बरसात हुई।

24 घंटे में 12 एमएम बारिश
मौसम विभाग ने बताया कि चालू शीतकालीन सीजन के दौरान जिले में पिछले 24 घंटे के दौरान तकरीबन 12 मिलीमीटर बरसात हुई। आने वाले दो दिनों में अभी ऐसे ही हालात बने रहने का पूर्वानुमान लगाया गया है। माना जा रहा है कि सुबह-शाम जहां कोहरा अभी और सघन हो सकता है,वहीं गरज और चमक के साथ बारिश की भी उम्मीद है।

भीग गई करोड़ो की धान
जिस का डर था,वही हुआ। बारिश के कारण समर्थन मूल्य पर खरीदी गई करोड़ों रुपए मूल्य की धान समुचित भंडारण नहीं होने के कारण भींग गई। जानकारों के मुताबिक अब तक की स्थिति में लगभग 2 लाख 30 हजार क्ंिवटल धान का भंडारण नहीं किया जा सका था। बारिश के आसार और कलेक्टर की सख्त हिदायत के बाद भी धान का सुरक्षित भंडारण नहीं किए जाने के कारण ये स्थिति बनी है।

टॉप ड्रेसिंग के लिए बढ़ेगी यूरिया की डिमांड
रबी सीजन में जिले में यूरिया की भारी मारा मारी के बीच मौसम की अनुकूलता ने जिले में खेत में खड़ी फसलों की टॉप ड्रेसिंग के लिए यूरिया की मांग और भी बढ़ा दी है। मौजूदा समय में जिले में  मारफेड के डबल लॉक में जहां 300 मीट्रिक टन यूरिया का भंडार है,वहीं आरसीएफ कंपनी का एक रैक 26 जनवरी को यहां पहुंच रहा है। इसमें से इसमें 1500 मीट्रिक टन सतना को मिलेगा। उधर, डीडीए आरएस शर्मा ने किसानों को सामयिक सलाह देते हुए बताया कि किसान यूरिया की टाप ड्रेसिंग के लिए मौसम के साफ होने का इंतजार करें। मौसम साफ होने के 24 घंटे बाद यानि फसलों को धूप मिलने के बाद ही यूरिया का छिड़काव करें।

डीडीए आरएस शर्मा ने कहा किसानों को यूरिया की टाप ड्रेसिंग के लिए मौसम के साफ होने का इंतजार करना चाहिए।  मौसम साफ होने के 24 घंटे बाद यानि फसलों को धूप मिलने के बाद ही यूरिया का छिड़काव करना चाहिए।

 

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