इलेक्ट्रिक और जैव ईंधन पर आधारित परिवहन से पेट्रोलियम उत्पादों के आयात के खर्चे में आएगी कमी : गडकरी

इलेक्ट्रिक और जैव ईंधन पर आधारित परिवहन से पेट्रोलियम उत्पादों के आयात के खर्चे में आएगी कमी : गडकरी

Tejinder Singh
Update: 2019-01-31 17:26 GMT
इलेक्ट्रिक और जैव ईंधन पर आधारित परिवहन से पेट्रोलियम उत्पादों के आयात के खर्चे में आएगी कमी : गडकरी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केन्द्रीय सडक परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि आने वाला समय इलेक्ट्रिक और जैव ईंधन पर आधारित परिवहन का है। यह साधन न केवल किफायती और प्रदूषण मुक्त है बल्कि इनके उपयोग से पेट्रोलियम उत्पादों के आयात पर होने वाले खर्चे में भी काफी कटौती होगी। उन्होंने यहां एक कार्यक्रम में इन साधनों के उपयोग पर बल देते हुए कहा कि इथेनॉल और मेथनॉल का उपयोग करना भी एक अच्छा विकल्प है।

गडकरी ने नागपुर का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां फल, मटन वेस्ट आदि से जैव-सीएनजी का उत्पादन किया जा रहा है। इंटर सिटी परिवहन के लिए उन्होंने बॉडगेज मेट्रो को अपनाने का समर्थन करते हुए कहा कि इसके लिए इंजन आदि वाहन आसानी से उपलब्ध है। उन्होंने अध्ययनों का हवाला देते हुए कहा कि पारंपरिक मेट्रो के लिए प्रति किलोमीटर के निर्माण पर 350 करोड़ रुपये की लागत आती है, जबकि इसके मुकाबले ब्रॉडगेज मेट्रो पर केवल 3 करोड़ रुपये की लागत आती है। देश में सड़क सुरक्षा और सेवा मानकों के उच्चतम स्तर बनाने की दिशा में सुधार के साथ सडकों की क्षमता के सर्वोत्तम उपयोग करने और वहां भीड कम करने के प्रयास किए जा रहे है।

गडकरी ने कहा कि इसके लिए राज्यों को विशेष रुप से अपने शहरी क्षेत्रों में सार्वजनिक परिवहन संबंधी कार्यनीति में सुधार लाने की जरुरत है। केन्द्रीय मंत्री ने महाराष्ट्र और आंध्रप्रदेश में सार्वजनिक परिवहन प्रणाली में सुधार लाने के लिए परामर्श हेतु विश्व बैंक को साथ जोड़ने पर संतोष जताया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इससे देश में सुरक्षित और दक्ष परिवहन प्रणाली विकसित करने की दिशा में वांछित परिणाम प्राप्त हो सकेंगे। कहा कि पराम र्श सेवा के माध्यम से मंत्रालय द्वारा परिवहन नीति में सुधार लाने के लिए इन राज्यों और उनके राज्यपरिवहन उपक्रमों को सहायता दी जायेगी। उन्होंने यह भी बताया कि विश्व बैंक की सहायता से विभिन्न शहरों और नदियों में 111 जलमार्ग तैयार किए जा रहे हैं। 

भारतीय युवा कांग्रेस के महाराष्ट्र इकाई के कार्यकारिणी की दिल्ली में पहली बार बैठक

भारतीय युवा कांग्रेस के महाराष्ट्र इकाई की गुरुवार को पहली बार राष्ट्रीय राजधानी में बैठक हुई। महाराष्ट्र युवा कांग्रेस के अध्यक्ष सत्यजीत तांबे के अनुसार केन्द्रीय स्तर के नेताओं का राज्य के युवाओं से संवाद साधने के उद्देश से यहां बैठक आयोजित की गई। उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बैठक में विभिन्न मुद्दों पर मंथन होगा, जिसे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संबोधित करेंगे। आज बैठक को राज्यसभा में सांसद एवं वरिष्ठ पत्रकार कुमार केतकर ने संबोधित किया।

गडकरी ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा होगा। किसानों की आत्महत्या की चर्चा होती है, लेकिन बेरोजगारी के चलते जो युवा आत्महत्या कर रहे है उनके तरफ किसी का ध्यान नही जा रहा है। उन्होंने बताया कि भाजपा के पहला वोट मोदी के नाम अभियान छेड़ा है, लेकिन उससे पहले ही कांग्रेस ने उसको जवाब देने के लिए पहला वोट देश के नाम अभियान शुर कर दिया है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि युवा कांग्रेस ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए सीटों के कोटे की मांग नही की है, लेकिन जिनमें क्षमता है और चुनकर आ सकते है उन युवाओं को चुनाव में उतारा जायेगा। 

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