अपने खर्च पर गांव गांव जाकर हैंडपंप सुधार रहा युवा इंजीनियर, समाज सेवा की मिसाल

अपने खर्च पर गांव गांव जाकर हैंडपंप सुधार रहा युवा इंजीनियर, समाज सेवा की मिसाल

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-12 09:53 GMT
अपने खर्च पर गांव गांव जाकर हैंडपंप सुधार रहा युवा इंजीनियर, समाज सेवा की मिसाल

डिजिटल डेस्क, अलीपुरा। आज के इस दौर में जहां आम आदमी अपनी हीं समस्या में फंसा हुआ है, तब एक युवक द्वारा अपने खर्च पर दिन रात मेहनत करके ग्रामीणों की पेयजल जैसी विकट समस्या को हल करना किसी चमत्कार से कम नहीं लगता है। यह चमत्कार कर रहे हैं गांव के एक युवा जो दुबई में इंजीनियर है और फिलहाल यहां छुट्टी पर आया है।

बताया गया है कि पर्यटक गांव अलीपुरा में इन दिनों जल संकट की समस्या बनी हुई है ऐसी स्थिति में एक ओर ग्राम पंचायत अलीपुरा के सरपंच सचिव ने हाथ खड़े कर दिए वहीं ऐसी स्थिति में एक शख्स गांव की इस भीषण जल संकट मैं अपने निजी खर्चे पर एवं  परिश्रम करके खराब पड़े हैंडपंपों को सुधार रहा है ताकि किसी भी मोहल्ले में पानी की समस्या ना रहे।

पूरी टीम के साथ करते हैं काम
ऐसे संकट काल में लोगों का साथ दे रहा है अलीपुरा के रहने वाले जमीर खान उर्फ गुड्डू पिता अजीज खान उम्र 35 वर्ष गांव वालों के लिए समाज सेवा में जुटे हुए हैं। गुड्डू की टीम जब भी किसी मोहल्ले से हैंड पंप बिगड़े होने की जानकारी मिलती है वह तत्काल अपने निजी खर्चे से टीम के साथ उसे सुधरवाने में जुट जाते हैं। ऐसी स्थिति में ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है और गुड्डू खान के समाज सेवा की जगह जगह सराहना भी की जा रही है। गुड्डू खान की टीम के एक सदस्य ने बताया की गुड्डू ने एमसीए करने के बाद दुबई में फीफा वर्ल्ड कप टीम के प्रोजेक्ट इंजीनियर के पद पर कार्य किया हैं। जब भी उन्हें छुट्टी मिलती है अलीपुर आते हैं और कुछ ना कुछ गांव की समस्या सुलझाने में लग जाते है।


नशा मुक्ती के लिए भी किया काम
गुड्डू खान द्वारा गांव में बिक रही अवैध शराब के खिलाफ भी कई बार लोगों को समझाइश दी गई है तथा नशे से दूर रहने की भी सलाह दी जाती है। इसके बाद गांव की मातृ मंदिर के पास लगभग 5 वर्ष से सफाई ना होने से रहने वाली बस्ती के रोड पर कीचड़ जमा हुआ था उसे भी  ट्रैक्टर द्वारा साफ कराया। कुल मिलाकर गुड्डू खान के समाजसेवी भाव एवं ऐसे जल संकट के समय लोगों की समस्या को दूर करना उन पंचायतों के जनप्रतिनिधियों को उनके कर्तव्य की याद दिलाता है।

इस संबंध में गुड्डू खा से बात की गई उनका कहना था कि जगह जगह गांव में लोगों को पानी भरने के लिए दूर दूर जाना पड़ता है तथा छोटी-छोटी समस्याओं के लिए पंचायत के दरवाजे खटखटाना पड़ता है। आज की स्थिति यह है कि पंचायत और विभाग हर ग्रामीण को टहलाने में लगा है। ऐसी स्थिति में उन्होंने खुद ही लोगों की समस्या को सुलझाने की ठान ली है। उन्हें जब भी मौका मिलेगा लोगों की समस्याओं को अपने निजी खर्चे पर हल करते रहेंगे

 

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