PM आवास योजना में जमकर फर्जीवाड़ा, एक ही गांव में अपात्र दंपति को दे दिया लाभ

PM आवास योजना में जमकर फर्जीवाड़ा, एक ही गांव में अपात्र दंपति को दे दिया लाभ

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-28 11:32 GMT
PM आवास योजना में जमकर फर्जीवाड़ा, एक ही गांव में अपात्र दंपति को दे दिया लाभ

डिजिटल डेस्क, मंडला। प्रधानमंत्री आवास योजना में गड़बड़ीयां थमने का नाम नहीं ले रही हैं। हर रोज ग्रामीण क्षेत्रो में चल रही भर्रेशाही की शिकायतें सामने आ रही है। मामला जनपद पंचायत भुआ बिछिया की पंचायत मांझीपुर का है। यहां के रोजगार सहायक ने पात्रों की जगह अपात्रों को लाभ दे दिया है। एक ही गांव में पति पत्नि के आवास बनवा दिए। इसके अलावा मृतक परिवार की आईडी का उपयोग कर वारसान दूसरे व्यक्ति को दर्शा कर योजना से जोड़ दिया है। पंचायत के गरीब हितग्राहीयों को लाभ नहीं दिया गया। इसको लेकर ग्रामीणों में रोष देखा जा रहा है। ग्रामीणों ने कलेक्टर से जांच कर सख्त कार्रवाई की मांग की गई।

आरोप है कि प्रधानमंत्री आवास योजना में ग्रामीणों से किश्त जारी करने के लिए कमीशन और पंच सरपंचों के द्वारा मटेरियल सप्लाई करने का खेल पहले से चल रहा है। जिस पर प्रशासन के द्वारा कोई अंकुश नहीं लगाया जा सका। यहां जनपद पंचायत भुआ बिछिया की ग्राम पंचायत मांझीपुर में सारे नियम कायदे दरकिनार कर दिए गए। पंचायत में पदस्थ रोजगार सहायक शिव प्रसाद मरावी ने ग्रामीणों की आईडी का गलत उपयोग कर आपात्रों को योजना का लाभ दे दिया है।

शिकायत में बताया गया है कि पंचायत में पीएम आवास योजना की सर्वे सूची में राधाबाई पिता बैसाखू का नाम आया था। जिनकी आईडी का उपयोग करते हुए राधाबाई पति दशरथ का आवास बना दिया गया। दूसरा मामला दशरथ सिंह पिता सोनू सिंह का है। जिसकी पीएम आईडी से दशरथ पिता लालजू का आवास बना दिया गया है। यहां राधाबाई पति दशरथ और दशरथ पिता लालजू पति पत्नि है। एक ही गांव में साथ रह रहे पति पत्नि के आवास दो माह के अंतराल में तैयार हो गए है। पत्नि का आवास खेत में बन गया है।

 

मृतक का आवास भी हजम कर गए
बताया गया है कि गांव के मंजू पिता बजरू का सर्वे सूची में नाम रहा है, जिसकी मौत हो गई है। इसकी जगह अघ्घन पिता बलदेव को आवास की राशि मिल गई। नियामानुसार मंजू के परिवार में किसी को योजना से जोड़ा जाना था, लेकिन रोजगार सहायक ने धोखाधड़ी करते हुए अर्थिक अनियमितता के चलते अन्य को योजना से जोड़ दिया।

खुदे रह गए आवास के गढ्डे
बताया गया है कि ग्राम पंचायत मांझीपुर में समेत जिले की पंचायतों में हितग्राहीयों से अवैध वसूली करने का मामला सामना आया है। जिन हितग्राहीयों ने दस से बीस हजार रुपए दे दिए है। उनके आवास बन कर तैयार हो गए । यहां माझीपुर में भी यही हुआ है राधा बाई पिता बैसाखू के आंगन में आवास के लिए गढ्डे हो गए है, लेकिन राशि नहीं देने पर राधा बाई पति दशरथ का आवास बना दिया गया। जिसमें पंचायत की मिलीभगत उजागर हो रही है।

 

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