बेमौसम बारिश से बर्बाद हुई फसल लेकर तहसीलदार के पास पहुंचे किसान, मांगा मुआवजा

बेमौसम बारिश से बर्बाद हुई फसल लेकर तहसीलदार के पास पहुंचे किसान, मांगा मुआवजा

Anita Peddulwar
Update: 2019-11-16 07:50 GMT
बेमौसम बारिश से बर्बाद हुई फसल लेकर तहसीलदार के पास पहुंचे किसान, मांगा मुआवजा

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। बेमौसम बारिश के कारण जिले में  धान की फसलों का भारी नुकसान हुआ है। इसमें चामोर्शी तहसील के किसानों का सर्वाधिक नुकसान हुआ है। समस्या से त्रस्त वागधरा क्षेत्र के अनेक किसानों ने  अपनी बर्बाद हुए धान की फसल लेकर तहसील कार्यालय पर दस्तक दी। इस समय नुकसानग्रस्त क्षेत्र का  पंचनामा कर किसानों को यथाशीघ्र मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया । सौंपे गए ज्ञापन में बताया कि, हाल ही में बेमौसम बारिश हुई है  जिसमें धान फसलों का भारी नुकसान हुआ है। 

अनेक किसानों के खेतों में पानी जमा होने के कारण फसल पूरी तरह बर्बाद हो गयी। वहीं अब कुछ जगह पर फसल अंतिम चरण में है। ऐसे में फसलों पर तुडतुड़ा, मावा, खोडकिड़ा, मानमोडीत आदि बीमारी का संक्रमण हो रहा है। हालांकि किसानों द्वारा विभिन्न प्रतिबंधक दवाइयों का छिड़काव करने के बाद भी फसलों को बचा पाना मुश्किल हो गया है। जिससे फसल किसानों के हाथों से जाते  हुए दिखाई दे रहे है। फलस्वरूप प्रशासन तत्काल नुकसानग्रस्त क्षेत्र का पंचनामा कर किसानों को मुआवजा दे, ऐसी मांग ज्ञापन में की गई है। तहसीलदार को ज्ञापन सौंपते समय भोजराज पेंदोर, विश्वनाथ पेंदोर, भगवान आत्राम, पुंडलिक कुमरे, सोनु आत्राम, एकनाथ पेंदोर, सुदर्शन मेश्राम, परसराम वाडेकर, सत्यवान कुमरे, विश्वेश्वर कुलमेथे, गुरूदेव मेश्राम, नामदेव कुलमेथे आदि समेत बड़ी संख्या में क्षेत्र के किसान उपस्थित थे। 

43 सोनेग्राफी व गर्भपात केंद्रों की जांच
लिंग परीक्षण व गर्भपात इस पर प्रतिबंध लगाने के लिए जिला स्तरीय सलाहगार समिति की बैठक  संपन्न हुई।  समिति की ओर से सोनोग्राफी व गर्भपात केंद्र की दूसरी जांच हुई है। दौरान क्षेत्र के  कुल 43 केंद्र जांच की गई। जांच रिपोर्ट पर चर्चा की गई। इस बैठक में जिला स्तरीय समिती की अध्यक्षा डा.पल्लवी इंगले, प्रभारी जिला शल्य चिकित्सक डा.गजेंद्र मेश्राम, समिती सदस्य डा.जी.आर.पाटील, वैशाली टोंगे, मंगला बोरीकर आदि उपस्थित थे। 

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