सिंचाई के लिए पानी की मांग को लेकर किसानों ने किया चक्काजाम
सिंचाई के लिए पानी की मांग को लेकर किसानों ने किया चक्काजाम
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। तहसील में सर्वाधिक धान की फसल का उत्पादन लिया जाता है। इस वर्ष भी तहसील में बड़े पैमाने पर धान की फसल लगायी गई है। किंतु, फसलों को पानी नहीं मिलने से धान की फसल मुरझा रही है, जिससे किसानवर्ग पूरी तरह चिंतित है। समस्या के चलते क्षेत्र के किसानों ने संबंधित विभाग को अनेक मर्तबा ज्ञापन सौंपकर इटियाडोह प्रकल्प का पानी छोड़े जाने की मांग की थी, लेकिन इस मांग की ओर इटियाडोह लघु सिंचाई विभाग की ओर से अनदेखी करने से संतप्त किसानों ने आरमोरी के टी-प्वाइंट के पास चक्काजाम आंदोलन किया। दौरान आंदोलनकर्ता किसानों ने इटियाडोह लघु सिंचाई विभाग के उपविभागीय अधिकारी पी.के. मेंढे को फोन पर संपर्क कर उन्हें आंदोलन स्थल पर पर बुलाया गया। जहां किसानों ने उनका घेराव किया। इस समय मेंढे ने तहसील के किसानों को क्षेत्र में सिंचाई के लिए इटियाडोह प्रकल्प का पानी छोडऩे का आश्वासन दिया। इस आंदोलन में नप के स्वास्थ्य सभापति भारत बावनथडे, पंकज खरवडे, विनोद अलोणे, नामदेव सोरते, चितानंद प्रधान, देवराव भुत्ते, अशोक भोयर, शंकर घाटुरकर, छगन हेडाऊ, बंडू राऊत, रवि दोनाडकर, पांडुरंग ठाकरे, हरिदास शिलार समेत परिसर के किसान बड़ी संख्या में शामिल हुए थे।
बता दें कि, हलके और मध्यम प्रजाति की धान फसल अंतिम पड़ाव में है। ऐसे में फसलों को पानी की आवश्यकता हैहालांकि कुछ क्षेत्रों में बेमौसम बारिश भी गुई है लेकिन तहसील के धान फसलों को सिंचाई सुविधा नहीं मिलने के कारण फसलों को जीवित रखने के लिए किसानों द्वारा विभिन्न तरह की उपाययोजनाएं की जा रही थी। बाजवूद इसके पानी के अभाव में फसल मुरझाने लगे। इस संदर्भ में क्षेत्र के किसानों ने संबंधित विभाग को अनेक बार ज्ञापन सौंपकर इटियाडोह प्रकल्प का पानी छोडऩे की मांग की थी, लेकिन संबंधित विभाग की उदासीनता के चलते फसलों को सिंचाई सुविधा नहीं मिल पा रही थी, जिससे तहसील के किसानों ने आरमोरी के टी-प्वाइंट के पास चक्काजाम आंदोलन किया। जिसके बाद इटियाडोह लघु सिंचाई विभाग के उपविभागीय अधिकारी पी.के. मेंढे का घेराव किया गया। इस समय किसान बड़ी संख्या में मौजूद थे।