चार लाख लोग एक फूड इंस्पेक्टर के हवाले, जबकि 50 हजार पर 1 चाहिए

चार लाख लोग एक फूड इंस्पेक्टर के हवाले, जबकि 50 हजार पर 1 चाहिए

Tejinder Singh
Update: 2019-05-28 11:41 GMT
चार लाख लोग एक फूड इंस्पेक्टर के हवाले, जबकि 50 हजार पर 1 चाहिए

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जन स्वास्थ्य सुविधाएं संभालने के लिए 50 हजार जनसंख्या के पीछे एक फूड इंस्पेक्टर अपेक्षित है, लेकिन वर्तमान में अन्न व औषधि विभाग के हाल खराब हैं। नागपुर जिले में 41 लाख लोगों के पीछे केवल 10 अधिकारी काम कर रहे हैं, जबकि जरूरत 82 अधिकारियों की है। नई नियुक्ति नहीं होने से 4 लाख कर्मचारी के पीछे एक अधिकारी को काम करना पड़ रहा है। 

इसलिए जरूरी है इनका रहना

खाद्य विक्रेताओं द्वारा मिलावटी चीजों को बेचने से नागरिकों का स्वास्थ्य खतरे में पड़ता है। ऐसे विक्रेताओं पर अन्न व औषधि विभाग नजर रखता है। अन्न विभाग के अधिकारी हॉटेल्स से लेकर खान-पान की हर छोटी-छोटी व्यवस्था पर नजर रखते हैं। वही औषधि विभाग मेडिकल गतिविधियों पर नजर रखता है।

वर्तमान में कम अधिकारियों के कारण व्यवस्था संभालने में विभाग को तकलीफ हो रही है। हालांकि मंजूर पद के अनुसार, सभी पद पर अधिकारी कार्यरत हैं, लेकिन यह पद संख्या उस वक्त से निर्धारित है, जब जनसंख्या अब की तुलना में आधे से भी आधी थी। ऐसे में अब नागपुर जिले में 40 लाख से ऊपर पहुंची जनसंख्या के पीछे केवल 10 अधिकारी पर्याप्त नहीं है।  

यह हाल केवल नागपुर जिले का ही नहीं है, बल्कि नागपुर विभाग अंतर्गत अन्य जिलों का भी यही हाल है। आंकड़ों के अनुसार, जहां 10 से ज्यादा अधिकारी की जरूरत थी, वहां केवल 2 अधिकारी हैं। गोंदिया में 2, भंडारा में 2, गड़चिरोली में 2, चंद्रपुर में 3 व वर्धा में 2 ही अधिकारी हैं। 

शुरुआत होने के बाद से नहीं हुई नियुक्ति 

एफडीए विभाग की शरुआत जिस वक्त हुई थी, उस समय 11 फूड इंस्पेक्टर, 2 असिस्टंेट कमिश्नर व एक ज्वाइंट कमिश्नर की पोस्ट थी। जनसंख्या बढ़ने के बाद पदों की संख्या में वृद्धि होनी चाहिए थी, लेकिन एक भी पोस्ट नहीं बढ़ाई गई है। इससे उपरोक्त हालात पैदा हुए हैं।

यह है फूड इंस्पेक्टर का काम 

फूड इंस्पेक्टर का काम खाने की क्वालिटी स्टैंडर्ड की जांच करना तथा यह सुनिश्चित करना है कि जो खाना हम लोग खाते हैं, वह कीटाणु रहित हो और किसी भी प्रकार से प्रदूषित न हो। खाने में जिन इन्ग्रेडिएन्ट्स का इस्तेमाल हो रहा है उनकी स्वच्छता, जिस बर्तन में कुकिंग की जा रही है उसकी हाईजीन आदि की जांच   भी फूड इंस्पेक्टर की ही जिम्मेदारी है। मार्केट में बेचे जाने से पहले या राज्य अथवा केंद्र सरकार द्वारा प्राप्त किए जाने से पहले अनाज़ की क्वालिटी की जांच करना भी फूड इंस्पेक्टर का ही काम होता है। इम्पोर्ट की प्रक्रिया में फूड सेफ्टी रिक्वायरमेंट्स के हिसाब से खाने और खाद्य सामग्री की जांच करना भी फूड इंस्पेक्टर के जिम्मे ही आता है।
 

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