अब केवल 140 बंदूकधारी नक्सली सक्रिय, भर्ती भी हुई बंद

गड़चिरोली अब केवल 140 बंदूकधारी नक्सली सक्रिय, भर्ती भी हुई बंद

Tejinder Singh
Update: 2021-10-19 16:01 GMT
अब केवल 140 बंदूकधारी नक्सली सक्रिय, भर्ती भी हुई बंद

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। वर्ष 1980 से नक्सली गढ़ के रूप में परिचित गड़चिरोली जिला अब नक्सलमुक्त की राह पर है। जिला पुलिस के मजबूत नेतृत्व और जबांज सी-60 जवानों की निरंतर कार्रवाइयों के चलते वर्तमान स्थिति में अब केवल 140 बंदूकधारी नक्सली यहां सक्रिय होने की विश्वसनीय जानकारी स्वयं जिला पुलिस अधीक्षक अंकित गोयल ने दैनिक भास्कर से हुई बातचीत में दी है। छत्तीसगढ़ के अबुझमाड़ को छोड़ समूचे जिले में नक्सलियों द्वारा की जाने वाली भर्ती भी अब पूरी तरह बंद हो चुकी है। बता दें कि, वर्ष 1980 में नक्सली संगठन द्वारा पीपल्स वाॅर ग्रुप की स्थापना की गयी। नक्सली गतिविधियों का नेतृत्व करने वाले वरिष्ठ नक्सली नेता गणपति, आजाद, किशन और अन्य नक्सलियों की ओर आकर्षित होकर स्थानीय युवाओं ने नक्सलियों का दामन थामा। तत्कालीन आंध्रप्रदेश और वर्तमान के तेलंगाणा राज्य से पहली बार नक्सलियों ने गड़चिरोली जिले में प्रवेश किया। शुरूआती दौर में शोषित, पीड़ित मजदूरों व किसानों को न्याय दिलाने के नाम पर आरंभ किया गया यह नक्सल आंदोलन लूटपाट, आगजनी, लोगों में दहशत निर्माण करने और विकास में बाधाएं उत्पन्न करने लगा। इस आंदोलन के खिलाफ गड़चिरोली जिला पुलिस विभाग ने विशेष तकनीक का उपयोग करते हुए लोगों के दिल से नक्सली दहशत कम करने के साथ-साथ नक्सली आंदोलन की रीढ़ को कमजोर करने का कार्य आरंभ किया। इस कार्य में काफी हद तक पुलिस विभाग सफल भी हुआ है। इसी का नतीजा यह है कि, एक दौर में हजारों की संख्या रखने वाले नक्सली संगठन में अब नाममात्र 140 नक्सली शेष हंै। विशेषत: पुलिस विभाग न केवल नक्सल आंदोलन का खात्मा करने में सफल हुआ है बल्कि पुलिस विभाग द्वारा आदिवासियों के लिए चलाए जा रहें उपक्रम भी काफी कारगर साबित हुए हैं, जिसमें प्रमुखता से आत्मसमर्पण योजना, ग्रामभेंट, नक्सली गांव बंदी, दादालोरा खिड़की आदि योजनाएं काफी महत्वपूर्ण साबित हो रहीं हैं। जिले के सुशिक्षित बेरोजगारों को रोजगार दिलवाने के लिए दादालोरा खिड़की योजना काफी कारगर साबित हुई है। सैकड़ों की संख्या में आदिवासी युवाओं को नौकरियां दिलवायी गयीं हंै। विभाग की इस नीति के कारण ही नक्सलियों का आधार क्षेत्र अब कम होने लगा है। उनकी दहशत भी कम हो चुकी है। फलस्वरूप जिले में की जाने वाली नक्सल भर्ती भी अब पूरी तरह बंद है।

 छत्तीसगढ़ के अबुझमाड़ क्षेत्र में हो रही नक्सली भर्ती 

पुलिस अधीक्षक गोयल ने यह खुलासा भी किया कि, वर्तमान में छत्तीसगढ़ राज्य के सुदूर अबुझमाड क्षेत्र में ही नक्सली युवाओं की भर्ती कर रहे हंै। उनका यह भी मानना है कि, छत्तीसगढ़ में नक्सली तैयार कर उन्हें गड़चिरोली भेजा जा सकता है। इन नक्सलियों को धर-दबोचने के लिए एसपी गोयल ने विशेष योजना भी तैयार कर ली है। कुल मिलाकर नक्सलियों की संख्या कम होते ही अब गड़चिरोली जिला विकास की राह पर दौड़ने लगा है। 

आत्मसमर्पित नक्सलियों की संख्या     – 649 
मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की संख्या     - 275
गिरफ्तार नक्सलियों की संख्या         - 364
जिले में सक्रिय दलम 
कंपनी दलम    - 2 
प्लाटून दलम     - 4
मुख्य दलम     - 9 

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