गरियाबंद : बगनई व्यपवर्तन योजना से 40 वर्षो में पहली बार 882 हेक्टेयर क्षेत्र सिंचाई

गरियाबंद : बगनई व्यपवर्तन योजना से 40 वर्षो में पहली बार 882 हेक्टेयर क्षेत्र सिंचाई

Aditya Upadhyaya
Update: 2021-01-01 08:48 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

डिजिटल डेस्क, गरियाबंद। बगनई व्यपवर्तन योजना के शीर्ष कार्य का जीर्णोद्धार एवं दायी तट तथा बायी तट मुख्य नहर के रिमाडलिंग, सी.सी. लाईनींग एवं पक्के संरचनाओं की मरम्मत एवं निर्माण कार्य से अंचल के किसानो में हर्ष व्याप्त है। बॉयी तट मुख्य नहर से विकासखण्ड फिंगेश्वर के ग्राम बम्हनदेही, नाचनबाय, गुण्डरदेही, रजकट्टी, कोसमखुटा, लचकेरा एवं खपरी के 882 हेक्टेयर कृषि योग्य क्षेत्र में सिंचाई किया जा रहा है। वनाच्छिात क्षेत्र में 40 वर्ष पश्चात पहली बार खेतो में पानी मिलने से किसान खुश हैं। उत्पादन में वृद्धि होने से प्रति व्यक्ति आय में भी वृद्धि हुई है। ग्राम परसदा, जीवतरा, कनेकेरा एवं ग्राम बम्हनदेही, बनगवां, गुण्डरदेही, रजकट्टी, कोसमखुटा, लचकेरा के कृषको के जीवन में समृद्धि आयी है। जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री पी.के. आनंद ने बताया कि बगनई व्यपवर्तन योजना जिला मुख्यालय से महासमुन्द सीमा पर 20 किमी. की दूरी पर ग्राम परसदा के पास बगनई नदी पर स्थित है। जिसका कैचमेंट एरिया 100 वर्गमील एवं वियर बाल की लम्बाई 104 मीटर एवं उँचाई 336 मीटर है। योजना 1980 में पूर्ण किया गया था जिससे दायी तट नहर पर 03 ग्राम परसदा, जीवतरा तथा कनेकेरा एवं बॉयी तट नहर से ग्राम बम्हनदेही के लिये रूपांकित सिंचाई क्षमता 727 हेक्टेयर के लिये था। योजना बहुत पुराना होने के कारण वीयर बाल एवं मुख्य नहर एवं पक्की संरचनाएँ जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो चुका था। जिसके कारण अंतिम छोर तक पानी पहुंचाने में कठिनाई होती थी। योजना के जीर्णोद्वार एवं नहरों के लाईनिंग कार्य हेतु क्षेत्रवासियों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा लगातार मांग किया जाता रहा था। अतः योजना को वर्ष 2017-18 के बजट नवीन मद में शामिल किया गया जिससे 852 हे. सिचाई कमी की पूर्ति के लिये स्वीकृति प्राप्त हुआ। जिससे दायी तट नहर की 10.53 किमी. लम्बाई में सी. सी. लाईनींग एवं बांयी तट नहर के 19.02 किमी. कि रिमाडलिंग, पक्के संरचनाओं की मरम्मत एवं 5.730 किमी. सी. सी. लाईनींग का कार्य किया गया। इसके निर्माण होने से परसदा, जीवतरा, कनेकेरा एवं ग्राम बम्हनदेही, बनगवा, गुण्डरदेही, रजकट्टी, कोसमखुटा, लचकेरा के खेतो तक पानी पहुंच रहा है। अब किसान बेफिक्र होकर किसानी में जुट जाते है। ज्ञात है कि अंचल में 40 वर्षो में पहली बार पानी खेतों तक पहुंचा है।

Similar News