अब स्टूडेंट्स पढ़ेंगे जादू-टोना विरोधी कानून का पाठ

अब स्टूडेंट्स पढ़ेंगे जादू-टोना विरोधी कानून का पाठ

Anita Peddulwar
Update: 2019-07-17 09:46 GMT
अब स्टूडेंट्स पढ़ेंगे जादू-टोना विरोधी कानून का पाठ

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। अब तक अंधश्रद्धा निर्मूलन सामाजिक संगठनों द्वारा जनजागृति का विषय हुआ करता था परंतु अब गोंडवाना विश्वविद्यालय ने महाराष्ट्र सरकार द्वारा पारित जादूटोना विरोधी कानून-2013 को आधार बनाते हुए इसे अपने पाठ्यक्रम में शामिल कर लिया है। मौजूदा शैक्षणिक सत्र के बीए तृतीय वर्ष के समाजशास्त्र में तथा वर्ष 2010-21 के शैक्षणिक सत्र से विधि पदवी के 5 वर्षीय अभ्यासक्रम के 10  वें सेमीस्टर में इस कानून से जुड़े प्रावधानों को पढ़ाया जाएगा। देश का यह एकमात्र विश्वविद्यालय होगा जहां जादूटोना व अन्य अंधश्रद्धाओं से जुड़े प्रावधानों पर शिक्षा का पाठ विद्यार्थी पढ़ पाएंगे।  यह जानकारी गोंडवाना यूनिवर्सिटी के सीनेट सदस्य और अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के जिलाध्यक्ष एड. गोविंद भेंडारकर ने दी। वे पत्र परिषद में बोल रहे थे।

इस मौके पर भेंडारकर ने बताया कि अभाअंनिस के प्रमुख श्याम मानव व महाराष्ट्र अंनिस के प्रमुख नरेंद्र दाभोलकर ने जादूटोना विरोधी कानून को बनाने एवं मंजूर करवाने के लिए अथक प्रयास किए थे। इसके बाद से राज्य में अंधश्रद्धा से जुड़ी शिकायतों में उचित कार्रवाई होने लगी है। समाज के प्रचलित अनुचित घटनाओं व कुरीतियों पर विराम लग रहा है। कानून के जानकारों के अलावा समाज को जागृत करने के मकसद से अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। सिनेट सदस्य के रूप में  उन्होंने इस कानून के प्रावधानों को गोंडवाना यूनिवर्सिटी के पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए लगातार प्रयास किया और उसे मंजूर करवाया। इसके चलते अब यह पाठ्यक्रम देश के एकमात्र विवि में पहली बार पढ़ाया जा सकेगा। आगामी वर्षों में समाज में जागृति लाने के लिए यह प्रयास कारगर साबित होने की उम्मीद है। आयोजित पत्र परिषद में अभाअंनिस के जिला संगठक अनिल दहागांवकर, जिला सचिव धनंजय तावाड़े एवं प्रचार प्रमुख नीलेश पाझारे आदि उपस्थित थे।

शालेय गणवेश की राशि  शीघ्र दें

चंद्रपुर.चंद्रपुर जिला परिषद को जिले के प्राथमिक स्कूलों के विद्यार्थियों के गणवेश के लिए 3 करोड़ 89  लाख रुपए की राशि अभी प्राप्त हुई है। इस राशि को तत्काल लाभार्थियों के खाते में जमा कर 15 अगस्त के पहले गणवेश देने के निर्देश शिक्षा विभाग को दिए गए हैंं। इस बीच लाभार्थी विद्यार्थी करीब एक महिने से गणवेश की प्रतीक्षा में हैं।  शिक्षा समिति जिला परिषद चंद्रपुर की सभा शिक्षा सभापति कृष्णा सहारे की अध्यक्षता में ली गई। इसमें स्कूल गणवेश की राशि का जायजा लिया गया। प्राथमिक शिक्षाधिकारी दीपेंद्र लोखंडे ने 3.89 करोड़ रुपए सरकार से हाल ही में मिलने की जानकारी दी। इस राशि को सभी पंचायत समितियों को भेज कर सभी शालाओं के बैंक खातों में जमा करने के निर्देश सभापति सहारे ने दिये। प्रत्येक लाभार्थी को 15  अगस्त के पहले गणवेश तैयार मिले इस तरह से नियोजन करने के निर्देश अधिकारियों को दिया गया।  

 

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