यहां IAS के लिए कक्षा तीसरी से दी जाती है ट्रेनिंग

यहां IAS के लिए कक्षा तीसरी से दी जाती है ट्रेनिंग

Anita Peddulwar
Update: 2019-01-21 07:26 GMT
यहां IAS के लिए कक्षा तीसरी से दी जाती है ट्रेनिंग

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मिशन IAS पर काम कर रही अमरावती की डॉ. पंजाबराव देशमुख IAS अकादमी एक रुपए में IAS प्रशिक्षण देती हैं। प्रशिक्षणार्थियों को स्पर्धा परीक्षा पुस्तकें नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाती है। अब तक 76 हजार स्टूडेंट्स ने प्रशिक्षण लिया है। इस अकादमी में प्रशिक्षित 173 आईएएस, आईपीएस, प्रशासकीय तथा राजपत्रित अधिकारी बनने का दावा अकादमी के संचालक प्रा. नरेशचंद्र काठोले ने किया।

महाराष्ट्र में एकमात्र IAS अकादमी है, जो एक रुपए में IAS प्रशिक्षण देती है। कक्षा तीसरी से एक रुपया लेकर प्रवेश दिया जाता है। प्रशिक्षण दौरान स्टूडेंट्स का परीक्षा मार्गदर्शन कर प्रैक्टिस परीक्षा लेकर मार्क शीट तथा सर्टिफिकेट दिया जाता है। शालेय जीवन से स्टूडेंट्स में स्पर्धा परीक्षा की रुचि बढ़ाने की दृष्टि से यह उपक्रम चलाया जाता है। महाराष्ट्र के राज्यपाल, योगगुरु रामदेवबाबा, समाजसेवी अण्णा हजारे, पोपटराव पवार, बाबा आढाव, डॉ. श्रीराम लागू, सिंधुताई सपकाल, प्रकाश आमटे, शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े आदि मान्यवरों ने अकादमी को भेंट देकर इस उपक्रम की सराहना की है। इच्छुक विद्यार्थी, पालक, शिक्षक, मुख्याध्यापकों से रजिस्ट्रेशन के लिए संपर्क करने की अपील की गई है। आईएएस अकादमी, जिजाऊ नगर, विद्यापीठ रोड, अमरावती से इस संबंध में संपर्क किया जा सकता है।

स्पर्धा से स्टूडेंट्स में बढ़ता है आत्मविश्वास : बंग
स्पर्धा से स्टूडेंट्स में अनुभव व आत्मविश्वास बढ़ता है। स्कूलों में नियमित रूप से खेल व अन्य सांस्कृतिक स्पर्धाएं होनी चाहिए, ताकि उन्हें अपना हुनर दिखाने का मंच मिल सके। यह विचार पूर्वमंत्री रमेशचंद्र बंग ने व्यक्त किए। वे देवकीबाई बंग इंग्लिश मीडियम हाईस्कूल व जूनियर कॉलेज के सलाना क्रीड़ा महोत्सव के उद्घाटन अवसर पर बतौर उद्घाटक बोल रहे थे। समारोह में संस्था सचिव जयकिसन बंग, कोषाध्यक्ष प्रमोद बंग, संचालक महेश बंग, अरुणा बंग, रायपुर ग्रापं के सरपंच प्रेमलाल भलावी, नेहरू विद्यालय के प्राचार्य सुरेश वसु, प्राचार्य नितीन तुपेकर आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे। सालाना खेल महोत्सव में नर्सरी से लेकर कक्षा 12वीं के स्टूडेंट्सने कराटे, रिंग डांस, म्यूजिकल पीटी जैसे कई प्रस्तुतियों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रस्तावना प्राचार्य नितीन तुपेकर ने रखी। संचालन अनुश्री काशेट्टीवार ने एवं आभार जान्हवी देवगडे ने माना।  

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