सीमेंट फैक्ट्री के एचआर हेड निकला मास्टरमाइंड, भाड़े के हत्यारे समेत 9 गिरफ्तार,3 की तलाश जारी

श्रमिक नेता की हत्या का खुलासा सीमेंट फैक्ट्री के एचआर हेड निकला मास्टरमाइंड, भाड़े के हत्यारे समेत 9 गिरफ्तार,3 की तलाश जारी

Safal Upadhyay
Update: 2022-09-29 11:06 GMT
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डिजिटल डेस्क,सतना। मैहर थाना क्षेत्र के राजनगर में संचालित केजेएस फैक्ट्री के कर्मचारी और सीटू के मैहर अध्यक्ष मनीष शुक्ला की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने फैक्ट्री के एचआर हेड संजय सिंह समेत 9 आरोपियों को गिरफतार कर लिया है,जबकि तीन फरार हैं। एसपी आशुतोष गुप्ता ने अंधी हत्या के राज से पर्दा उठाते हुए बताया कि मजदूरों के हित में लगातार आवाज उठाने वाले मनीष शुक्ला के बढ़ते प्रभाव और श्रमिकों के बीच वर्चस्व से परेशान होकर फैक्ट्री के एचआर हेड संजय सिंह ने उसके विरोधी संगठन के पदाधिकारियों के साथ मीटिंग कर मनीष को रास्ते से हटाने का काम सौंपा दिया।

इस साजिश में दूसरे संगठन के कर्मचारी नेता मुकेश चतुर्वेदी, जेपी सोनी ,आत्माराम शुक्ला,प्रमोद पटेल,शिवलोचन द्विवेदी, उपेंद्र पांडेय,अशोक सिंह और रवि शुक्ला भी शामिल थे। आत्माराम को ऐसे लोगों का इंतजाम करने की जिम्मेदारी दी गई जिनको मनीष पहचानता नहीं हो ।पूरी तैयारी के साथ साजिशकर्ताओं ने पहले 18 सितंबर को घटना को अंजाम देने का प्लान बनाया मगर उस दिन मनीष फैक्ट्री नहीं आया और बच गया,मगर जब अगले दिन ड्युटी खत्म कर घर के लिए निकला और बाईपास रोड पर पहुंचा ,तब अशोक के इशारे पर आत्माराम के द्वारा बुलाए गए भाड़े के हमलावर संजीव शुक्ला उर्फ दादू,दीपू उरमलिया और रिशू परिहार ने रास्ता रोककर हमला कर दिया।

इस घटना में गंभीर रूप से घायल मनीष की 5 दिन बाद जबलपुर के अस्पताल में मौत हो गई। हत्या का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने सबसे पहले संदेह के आधार पर जेपी सोनी को पकड़ा, जिसके फोन की जांच और पूछताछ में सामने आए तथ्यों के सहारे कड़ियों को जोड़कर 8 और आरोपियों को पकड़ लिया गया। हालांकि  हत्यारों को बुलाने वाला आत्माराम शुक्ला और दो हमलावर दीपू उरमलिया और रीशू परिहार अभी पकड़ में नहीं आए हैं। पुलिस अधीक्षक ने तीनों की गिरफ्तारी के लिए 10 हजार का इनाम घोषित कर दिया है।

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