सैकड़ों अनुयायियों ने ली धम्म दीक्षा, उमड़ा जनसैलाब

सैकड़ों अनुयायियों ने ली धम्म दीक्षा, उमड़ा जनसैलाब

Anita Peddulwar
Update: 2017-12-26 08:11 GMT
सैकड़ों अनुयायियों ने ली धम्म दीक्षा, उमड़ा जनसैलाब

डिजिटल डेस्क, नागपुर। डॉ. बाबासाहब के विचारों से प्रेरणा लेकर हजारों अनुययायियों ने  धम्म दीक्षा ग्रहण की। आयोजन के लिए दीक्षा भूमि में भारी तादाद में लोगों की भीड़ रही।  डा. बाबासाहब आंबेडकर स्मारक समिति व सार्वजनिक धम्मदीक्षा परिषद की आेर से  दीक्षाभूमि में भव्य धम्मदीक्षा महोत्सव का आयोजन किया गया। आयोजकों का दावा है कि 8 हजार से अधिक लोगों ने कार्यक्रम में शामिल होकर बौद्ध विचारधारा के अनुरूप जीवनशैली अपनाने का संकल्प लिया। महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, व आंध्रप्रदेश के बंजारा, हलबा, मातंग, तेली, माली, कुणबी व अग्रवाल समाज के लोगों ने बौद्ध धम्म की दीक्षा ली। अध्यक्षता प्रा. रमेशभिया राठोड ने की। इस अवसर पर बाबासाहब आंबेडकर स्मारक समिति दीक्षाभूमि के अध्यक्ष भदंत आर्य नागार्जुन सुरेई ससाई, प्रा. जेमिनी कडू, डा. रूपा कुलकर्णी प्रमुखता से उपस्थित थीं।   रैली निकाली: प्रारंभ में विविध क्षेत्रों से आए अनुयायियों ने संविधान चौक से दीक्षाभूमि मार्ग तक रैली निकाली। श्वेत वस्त्र पहनकर आए लोगों से भदंत आर्य नागार्जुन सुरेई ससाई ने त्रिशरण, पंचशील ग्रहण किया। डा. बाबासाहब आंबेडकर की दी 22 प्रतिज्ञा का पठन कराया। इसके बाद सभी का बुद्ध धम्म में स्वागत किया गया। प्रदीप आगलावे का दावा है कि 500 लोगों ने धम्म दीक्षा ली। 
200 ने कराया था पंजीयन: धम्मदीक्षा के लिए 200 लोगों ने अपने नाम का पंजीयन कराया था। उनके अलावा अन्य लोगों ने भी धम्मदीक्षा ली। नागपुर के अलावा यवतमाल, अमरावती, बीड़, नांदेड़ व मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता आए थे। 
बौद्ध धम्म की दीक्षा लेनेवालों ने कहा कि डा. बाबासाहब आंबेडकर के विचारों से प्रेरित होकर हमने दीक्षा ली है। जितने अधिक लोग बौद्ध धम्म की दीक्षा लेंगे, उनमें समता व बंधुभाव बढ़ेगा।                                                              दशहरा पर होता है दीक्षा भूमि में भव्य आयोजन : वैसे तो बाबासाहब आंबेडकर जयंती और महानिर्वाण दिवस के अलावा दशहरा पर भी दीक्षा भूमि में भव्य आयोजन होता है।जिसमें दूर-दराज से हजारों अनुयायी शिरकत करते हैं।
 

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