जशपुरनगर : विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा महिला श्रीमती मिलो को अतिथि शिक्षक के रूप में नियुक्ति मिलने पर बनी आत्मनिर्भर

जशपुरनगर : विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा महिला श्रीमती मिलो को अतिथि शिक्षक के रूप में नियुक्ति मिलने पर बनी आत्मनिर्भर

Aditya Upadhyaya
Update: 2020-12-17 08:03 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

डिजिटल डेस्क, जशपुरनगर। प्रति माह उन्हें 10 हजार रूपए वेतन के रूप में मिलता है छत्तीसगढ़ शासन और जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया, अब अपने परिवार का अच्छी तरह से पालन पोषण कर कर रही है जशपुरनगर 16 दिसम्बर 2020 जिला प्रशासन द्वारा खनिज न्यासनिधि मद से जशपुर जिले के दूरस्थ अंचलों में निवास करने वाले विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा, बिरहोर, युवाआंे को रोजगार से जोड़ा जा रहा है और उन्हें उनके योग्यताके आधार पर स्कूलों में अतिथि शिक्षक के रूप में पदस्थ किया गया है। बगीचा विकासखंड के ग्राम रंगपूर ग्राम पंचायत बुटंगा की विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा महिला श्रीमती मिलो हसदाकर ने छत्तीसगढ शासन एवं जिला प्रशासन को धन्यवाद देते हुए कहा कि जिला प्रशासन द्वारा उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया गया है। बगीचा विकासखंड के पूर्व माध्यमिक शाला मैनी में अतिथि शिक्षक के रूप में रखा गया है। उनकी शैक्षणिक योग्यता बीएससी बायो है। अतिथि शिक्षक के पद के लिए जिला प्रशासन द्वारा निकाले गए विज्ञापन पढ़ा और आवेदन किया। उनकी नियुक्ति जिला कलेक्टर श्री महादेव कावरे के मार्गदर्शन में आदिजाति कल्याण विभाग जशपुर द्वारा पहाड़ी कोरवा, बिरहोर विकास अभिकरण शाखा जशपुर छत्तीसगढ़ के अंतर्गत पूर्व माध्यमिक शाला मैनी में की गई है। उन्होंने बताया कि वह अत्यंत गरीब परिवार से है परिवार में 10 सदस्य हैं। अब नौकरी मिल जाने से अपने और अपने परिवार का अच्छे से पालन पोषण कर रही है। उन्हें 10 हजार रुपए प्रतिमाह वेतन के रूप में मिलता है।

Similar News