न्यायाधीश हत्याकांड -महिला मित्र ने दिया था जहर -छिंदवाड़ा में रची गई थी साजिश, बैतूल जाकर सौंपा जहरीला आटा

न्यायाधीश हत्याकांड -महिला मित्र ने दिया था जहर -छिंदवाड़ा में रची गई थी साजिश, बैतूल जाकर सौंपा जहरीला आटा

Bhaskar Hindi
Update: 2020-07-30 08:34 GMT
न्यायाधीश हत्याकांड -महिला मित्र ने दिया था जहर -छिंदवाड़ा में रची गई थी साजिश, बैतूल जाकर सौंपा जहरीला आटा

 परिवार में शामिल होना चाहती थी महिला, 10 साल से ज्यादा समय से थे संबंध
डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा।
बैतूल के जिला न्यायालय में पदस्थ अपर जिला जज महेंद्र कुमार त्रिपाठी और उनके बेटे अभिनव राज त्रिपाठी की हत्या का षडय़ंत्र छिंदवाड़ा में रचा गया और अपर जिला जज की एक महिला मित्र ने अपने अन्य पांच साथियों के साथ इस हत्याकांड को अंजाम दिया है। इस बात का खुलासा बुधवार को बैतूल पुलिस ने मामले की लगभग पांच दिन चली सघन जांच के बाद किया है। एडीजे और उनके बेटे की मौत के बाद से उनकी हत्या किए जाने की आशंका जताई जाने लगी थी। बैतूल एसपी शिमाला प्रसाद के निर्देशन में गंज बैतूल थाना पुलिस ने सघन जांच की तो पता चला कि जिस जहरीले आटे की रोटियां खाने से पिता पुत्र की मौत हुई है वह आटा एडीजे की महिला मित्र छिंदवाड़ा निवासी संध्या सिंह पति संतोष सिंह ने एडीजे को दिया है। इस बात का खुलासा होते ही पुलिस ने महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो हत्याकांड का रहस्य उजागर हो गया। पुलिस ने महिला सहित उसके अन्य पांच साथियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ धारा 302,328,307,120 बी आईपीसी के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है।
एनजीओ चलाती थी महिला, 10 साल से ज्यादा समय से संबंध
मूलत: रीवा निवासी आरोपी संध्या सिंह से एडीजे महेंद्र कुमार त्रिपाठी की मित्रता लगभग 10 साल पहले रीवा में पदस्थ रहने के दौरान हुई। तब से ही महिला एडीजे के इर्द गिर्द घूमती रही। जहां भी श्री त्रिपाठी की पोस्टिंग होती महिला वहीं अपना निवास बना लेती। सिविल जज रहते जब श्री त्रिपाठी की पोस्टिंग लगभग पांच साल पहले छिंदवाड़ा हुई तो महिला छिंदवाड़ा शिफ्ट हो गई। यहां महिला एक एनजीओ संचालित करती थी जो लंबे समय से विवादों में है। श्री त्रिपाठी के बैतूल पोस्टिंग के बाद भी महिला छिंदवाड़ा में ही रही।
पूरे परिवार की हत्या की थी साजिश, पत्नी, बेटा बचे तो खुला राज
पुलिस के अनुसार महिला जज के परिवार में शामिल होना चाहती थी। इस बात के लिए वह दबाव बना रही थी। हाल ही में मृतक न्यायाधीश ने महिला से घर में कलह होने की बात कही थी। जिसके बाद महिला ने अपने ड्राइवर के साथ मिलकर पांच लोगों की मदद ली और पूरे परिवार को मौत की नींद सुलाने के लिए हत्या की साजिश रची। जहरीला आटा रात के खाने में एडीजे व उनके दोनों पुत्रों ने खाया, पत्नी ने केवल चावल खाया और छोटे पुत्र ने केवल आधी रोटी खाई। यही कारण है कि पत्नी व छोटे पुत्र दोनों ही जहर से बच गए और एडीजे व उनके बड़े पुत्र की मौत हो गई। पत्नी के बचने से मौत का राज खुल पाया।
कथित तांत्रिक ने तैयार किया जहरीला आटा
महिला ने एडीजे व उनके परिवार की हत्या के लिए अपने ड्राइवर संजू पिता बंडू चंद्रवंशी निवासी कनहर थाना उमरेठ की मदद ली। ड्राइवर का फूफा देवीलाल पिता सेवाराम चंद्रवंशी निवासी काशीनगर छिंदवाड़ा कथित तांत्रिक है। जिसने जहरीला आटा तैयार किया था। इसके अलावा मुबीन खान पिता सलीम खान निवासी छिंदवाड़ा और कमल पिता गरीबा निवासी छिंदवाड़ा हत्या के षडय़ंत्र में शामिल थे।
 

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