खेतों में पहुंचे कमलनाथ... ओले से तबाह फसलें देखीं, किसानों से चर्चा की

- पूर्व मुख्यमंत्री ने आदिवासी अंचल के गांवों का दौरा किया और फसल बर्बादी से परेशान किसानों से चर्चा की खेतों में पहुंचे कमलनाथ... ओले से तबाह फसलें देखीं, किसानों से चर्चा की

Abhishek soni
Update: 2022-01-19 15:59 GMT


छिंदवाड़ा। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बुधवार को किसानों का दर्द उनके खेतों में पहुंचकर महसूस किया। ओलावृष्टि और अतिवृष्टि की वजह से बर्बाद हुई फसलें देखीं और किसानों से चर्चा कर नुकसान का आंकलन किया। कमलनाथ ने किसानों को आश्वास्त किया कि भोपाल लौटकर किसानों को उचित मुआवजा दिलाने के लिए उनके द्वारा हर संभव लड़ाई लड़ी जाएगी।
 जिले के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के दौरान कमलनाथ ने ग्रामीणों से चर्चा की और उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना। पूर्व मुख्यमंत्री श्री नाथ ने कहा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान घोषणा करने में माहिर हैं, उन्होंने अभी तक कितनी घोषणा की उन्हें भी पता नहीं होगा। मेरे जिले के किसानों की फसलें बर्बाद हुई हैं और अभी तक उन्हें प्रदेश सरकार से कोई राहत नहीं मिली है। प्रदेश की भाजपा सरकार को किसानों की कोई फिक्र नहीं है। अगर होती तो अभी तक किसानों के खेतों का दौरा करते और मुआवजा दिलाते, लेकिन शिवराज सिंह चौहान को घोषणा करने में ही व्यस्त है। कमलनाथ इस बार जिला मुख्यालय न आकर भोपाल से सीधे जिले के गांवों में पहुंचे।  सबसे पहले तामिया के गांव बम्हनी में सीधे खेतों में पहुंचकर फसलों की बर्बादी देखी। इसके बाद ग्राम सिंगोड़ी व दय्यर चाकला, ग्राम बटकाखापा, ग्राम चोपना, बिछुआ व ओझलढाना पहुंचकर फसलों का नुकसान देखा और ग्रामीणों पीड़ा सुनी।
घोषणा करने में माहिर है शिवराज सिंह चौहान:
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान घोषणा करने में माहिर हैं। ओलावृष्टि और अतिवृष्टि से छिंदवाड़ा जिले के किसानों की फसलें बर्बाद हुई। अभी तक कितना और किस स्तर का सर्वे हुआ है यह भी मैंने देख लिया। वर्ष 2020 में किसानों को हुए नुकसान का मुआवजा आज तक सरकार नहीं दे पाई है। अब इस वर्ष हुए नुकसान का मुआवजा कब तक मिलेगा कहा नहीं जा सकता। जिले के किसानों के हक में लड़ाई लड़ूंगा।  
नई शराब नीति पर कमलनाथ बोले- शिवराज ने पिलाओ और सुलाओ की नीति बनाई, ताकि लोगों को सच्चाई न दिखे
छिंदवाड़ा। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश में शराब की नई नीति पर सरकार पर निशाना साधा है। तीखे आरोप लगाते हुए कहा कि शिवराज ने शराब पिलाने की नीति बनाई है। ये चाहते हंै कि लोग शराब से बेहोश हो जाएं, ताकि उन्हें सच्चाई न दिखे। जब प्रदेश की जनता त्रस्त है, नौजवान, किसान, छोटे व्यापारी और महिलाएं परेशान हैं, ऐसे में शिवराज के पास एक ही उपाय बचा था कि पिलाओ और सुलाओ। तीन दिवसीय दौरे पर बुधवार को छिंदवाड़ा पहुंचे कमलनाथ ने ग्रामीण क्षेत्रों के भ्रमण के दौरान मीडिया के शराब की नई नीति को लेकर सवाल के जवाब में यह बातें कहीं। कमलनाथ ने आदिवासी अंचल के आधा दर्जन से अधिक गांवों में पहुंचकर ओलावृष्टि और अतिवृष्टि से बर्बाद हुई फसलें देखीं और प्रभावित किसानों से चर्चा की।

 

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