प्रदेश में पहली बार कान्हा नेशनल पार्क के वाइल्ड डॉग को पहनाई रेडियो कॉलर

प्रदेश में पहली बार कान्हा नेशनल पार्क के वाइल्ड डॉग को पहनाई रेडियो कॉलर

Bhaskar Hindi
Update: 2018-09-03 11:16 GMT
प्रदेश में पहली बार कान्हा नेशनल पार्क के वाइल्ड डॉग को पहनाई रेडियो कॉलर

डिजिटल डेस्क, मंडला। कान्हा पार्क प्रबंधन वाइल्ड डॉग पर रिसर्च कर रहा है। इसके लिए वाईल्ड डॉग को रेडियोकॉलर पहनाई गई है। प्रदेश में ऐसा पहली बार हो रहा जब किसी वाईल्ड पर रिसर्च के लिए रेडियो कॉलर का इस्तेमाल किया जा रहा है। जंगली कुत्तों के संरक्षण के लिए यह रिसर्च की जा रही है। निगरानी कर जंगली कुत्तों के बारे में अध्ययन किया जाएगा।

जानकारी के मुताबिक कान्हा नेशनल पार्क बाघों के साथ अन्य प्रयोगों के लिए प्रसिद्ध है। यहां बेसहारा बाघ शावकों का लालन पालन कर जंगल में पुर्नस्थापित किया गया है। वाइल्ड लाइफ के लिए कान्हा लर्निंग स्कूल की तरह है। अब पार्क प्रबंधन वाइल्ड डॉग पर रिसर्च कर रहा है। इसके लिए मुक्की में मेल जंगली कुत्ते को रेडियोकॉलर पहनाई गई है। अब कान्हा प्रबंधन वाइल्ड डॉग की निगरानी कर रहा है। रेडियों कॉलर से लोकेशन ट्रेस की जा रही है। उसके चित्र, होम रेंज, प्रजनन, जनसंख्या की जानकारी जुटाई जा रही है। वाइल्ड डॉग कहां भ्रमण करते है, उसके आवास कहां है, उसके व्यवहार का पता लगाया जा रहा है।

दो साल तक चलेगा प्रयोग
अगले दो साल तक निगरानी की जाएगी। इसके आधार पर कान्हा प्रबंधन निष्कर्ष निकालेंगे। पिछले दो माह से कान्हा प्रबंधन की नजर मुक्की के मेल वाइल्ड डॉग पर बनी हुई है। उसके बारे में बारिकी से जानकारी जुटाई जा रही है। कान्हा मे हो रहे नए प्रयोग को लेकर यहां पार्क प्रबंधन उत्साहित है।

संरक्षण के होंगे प्रयास
कान्हा पार्क में वाइल्ड डॉग के अध्ययन के बाद संरक्षण के लिए प्रयास किए जाएंगे। प्रबंधन के द्वारा अध्ययन में निकली जानकारी के आधार पर कार्ययोजना बनाई जाएगी। जिससे वाइल्ड डॉग को संरक्षित किया जा सके। आवास स्थल को बेहतर बनाने की कोशिश होगी, वाइल्ड डॉग के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए काम किया जाएगा।

इस तरह का पहला प्रयोग
कान्हा नेशनल पार्क के अलावा प्रदेश के नेशनल पार्क और अभ्यारण में बाघ, काले हिरण, बारहसिंगा और अन्य वन्य प्राणियों के संरक्षण के लिए कार्ययोजना बनाकर काम किया गया है। इस तरह का प्रयोग पहली बार हो रहा है, जहां वाइल्ड डॉग का अध्ययन किया जा रहा हो।

इनका कहना है
प्रदेश में पहली बार वाइल्ड डॉग को रेडियो कॉलर पहनाई गई है। अध्ययन किया जा रहा है, जिसके आधार पर संरक्षण के लिए कार्ययोजना बनाई जाएगी।
- डॉ संदीप अग्रवाल, वन्यप्राणी विशेषज्ञ कान्हा

Similar News