गोली मारकर किया गया था तेंदुए का शिकार -निगरानी में लापरवाही

गोली मारकर किया गया था तेंदुए का शिकार -निगरानी में लापरवाही

Bhaskar Hindi
Update: 2020-01-17 09:07 GMT
गोली मारकर किया गया था तेंदुए का शिकार -निगरानी में लापरवाही

डिजिटल डेस्क छतरपुर । बिजावर वन परिक्षेत्र के देवरा गांव के जंगल में हथनीटोर बीट में 11 दिसम्बर को सड़क किनारे झाडिय़ों में मृत मिलेेे तेंदुए की संदिग्ध मौत से पर्दा उठ गया है। तेंदुआ की मौत प्राकृ़तिक नहीं बल्कि उसका शिकार किया गया था। पोस्टमार्टम के दौरान तेंदुए के शरीर से भरतल बंदूक का कारतूस मिला था। सूत्रों से जानकारी मिलने पर पड़ताल में विभाग ने भी स्वीकार किया कि तेदुएं का शिकार हुआ था। मगर घटना के एक माह गुजर जाने के बाद विभाग अब तक आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई है। ऐसे में विभाग की सक्रियता पर सवाल उठना भी लाजिमी है।
निगरानी में लापरवाही  के कारण शिकार 
हथनीटोर में तेंदुए का शिकार वन विभाग द्वारा निगरानी में लापरवाही के कारण हुआ था क्योंकि शव जिस स्थान पर मिला था, वह सड़क से महज दस मीटर दूर ही था। तेंदुए का शव भी दो दिन पुराना बताया गया था। ऐसे में सड़क के पास पड़े शव पर आखिर विभाग के निगरानी दस्तें की दो दिन तक नजर क्यों नही पड़ी। क्या विभाग जंगलों की निगरानी में लापरवाही बरत रहा है। वहीं तेंदुए की मौत के बात विभाग ने किसी वनकर्मी पर भी कार्रवाई नहीं की थी। 
शिकारियों का अब तक नहीं लगा सुराग  
तेंदुए का शिकार भरतल बंदूक के कारतूस से किया गया था। तेंदुए की बॉडी में पीतल का खोखा पोस्टमार्टम के दौरान मिला था। पन्ना टाइगर रिजर्व के डॉ. संजीव अग्निहोत्री द्वारा शव का पीएम किया गया था। उस समय विभाग ने तेंदुए को शव व्यस्क होने की जानकारी दी थी और बताया था कि नाखून एवं मुंह के बालों की स्थिति से अनुमान लगाया जा रहा है कि मौत प्राकृतिक है । घटना में एक माह से ज्यादा का समय गुजरने के बावजूद विभाग अब तक शिकारियों तक नहीं पहुंच पाया है।
क्षेत्र में वन विभाग की कार्यशैली पर उठे सवाल, नहीं ले रहे सबक
वन परिक्षेत्र बिजावर अन्तर्गत आने वाले जगलों में गश्ती न होने के कारण आए दिन जंगली जानवर मौत के गाल में समा रहे हैं। क्षेत्र में शिकारी सक्रिय रहते हैं, लेकिन वन रेंजर एके तिवारी की उदासीनता के कारण रात्रि गश्ती दल नजर नही आते हैं, न ही रेंजर कभी स्टाफ के साथ गश्ती करते हैं। कुछ दिन पहले बकस्वाहा क्षेत्र में भी लकड़बग्घे का शिकार हुआ था। फिर भी वन विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।
तेंदुए का शिकार हुआ, आरोपियों की तलाश जारी
इनका कहना है
बिजावर के जंगलों में जो मौत तेंदुए की हुई थी उसमें शिकार ही था, बॉडी से कुछ मेटल जब्त किया गया था। विभाग द्वारा उस मामले में जांच कराई जा रही है। 
अनुपम सहाय, डीएफओ , वनविभाग छतरपुर
 

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