तेंदुओं की दहशत- बदल गई लाइफ स्टाइल, चेंज हो गई बँगलों की डिजाइन

तेंदुओं की दहशत- बदल गई लाइफ स्टाइल, चेंज हो गई बँगलों की डिजाइन

Bhaskar Hindi
Update: 2021-03-09 08:39 GMT
तेंदुओं की दहशत- बदल गई लाइफ स्टाइल, चेंज हो गई बँगलों की डिजाइन

डिजिटल डेस्क जबलपुर । ठाकुरताल की पहाडिय़ों में तेंदुओं का गढ़ तैयार होने के बाद शहर के सबसे पॉश इलाकों में से एक नयागाँव कॉलोनी में दहशत का माहौल है। डर का आलम यह है कि कई आलीशान बंगलों की डिजाइन बदलनी पड़ गई। कई आलीशान बंगलों के चारों तरफ  20 से 30 फीट ऊँची दीवारें बनवा दी गईं। सबसे ज्यादा प्रभावित यहाँ के लोगों की लाइफ स्टाइल पर पड़ा है, क्योंकि तेंदुओं के डर से पेरेन्ट्स बच्चों को मैदान में भेजने से डरते हैं, लोग अपने घरों के बगीचों में बैठने से भी डरते हैं। घरेलू कर्मचारियों और सिक्योरिटी गाड्र््स की कमी हो गई है। कॉलोनीवासी तेंदुओं के खौफ से ज्यादा वन विभाग के उदासीन रवैये को लेकर व्यथित हैं। लोगों का आरोप है कि वन विभाग नियमों का हवाला देकर अपना पड़ला झाड़ लेता है, अगर किसी दिन किसी व्यक्ति पर तेंदुओं ने हमला कर दिया या बचाव में किसी तेंदुए को कुछ हो गया, तो सारा ठीकरा कॉलोनीवासियों पर मढ़ दिया जाएगा। 
उल्लेखनीय है कि नवम्बर 2019 में ठाकुरताल की पहाड़ी पर नर-मादा तेंदुओं के साथ दो शावकों को देखा गया था, जिसके बाद से शिकार की तलाश में तेंदुए लगातार नयागाँव सोसायटी के रहवासी इलाके में मूवमेंट कर रहे हैं। जनवरी 2020 में वन विभाग ने तेंदुओं को लोकेट करने के लिए ट्रैप कैमरे के साथ कई जगहों पर पिंजरे लगाए थे, लेकिन इसका कुछ फायदा नहीं हुआ। लोगों का दावा है कि पिछले एक साल में यहाँ 6 तेंदुओं का मूवमेंट है।  
छत पर बनाया वॉच टॉवर, लोहे की फेंसिंग से घेरा घर 
लोगों का कहना है कि पहले वन विभाग की टीमें पेट्रोलिंग करतीं थीं, लेकिन अब वह भी बंद हो गई। नयागाँव सोसायटी में रहने वाले आलोक राठी, अनिल पचौरी, प्रणव पटेल और महेश केमतानी जैसे वे नागरिक हैं, जिनके घरों में तेंदुओं का मूवमेंट हुआ है या सामना। श्री राठी ने अपने बंगले की दीवारें ऊँची करवाकर लोहे की जाली से उसे कवर्ड करवाया है। व्यवसायी श्री केमतानी ने पहाड़ी से लगे घर के हिस्से में 25 फीट ऊँची दीवार के साथ एक वॉच टॉवर लगाया है, जिसमें सीसीटीवी कैमरों के जरिए तेंदुए पर निगरानी रखी जाती है। 
***** तेंदुए या किसी भी तरह के वन्य प्राणी हम सभी के लिए बहुमूल्य हैं, लेकिन रहवासी क्षेत्र में इनका मूवमेंट इंसानों के साथ इनके लिए भी खतरनाक है, लेकिन वन विभाग नियमों की दुहाई देकर अपनी जिम्मेदारी से पीछे भागता है। 
-रजत भार्गव, अध्यक्ष नयागाँव सोसायटी
 

Tags:    

Similar News