गृहग्राम नहीं पहुंचा शहीद कर्नल का शव, गांव में शोक व्याप्त

गृहग्राम नहीं पहुंचा शहीद कर्नल का शव, गांव में शोक व्याप्त

Bhaskar Hindi
Update: 2020-09-13 16:21 GMT
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डिजिटल डेस्क सीधी। जिले के ग्राम पंचायत नौगवांधीर सिंह के ग्राम बसौड़हा निवासी कर्नल मनीष सिंह चौहान की सड़क हादसे में दु:खद मौत के बाद गृह गांव के लोग शव आने का इंतजार करते रहे किन्तु शव नहीं आ सका है। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में तैनात कर्नल के शव को पैतृक गृहग्राम लाने की मांग को सेना ने ठुकरा दिया है। शव के छत विछत होने के कारण बताया गया है।
घटना के संबंध में नौगवांधीर सिंह निवासी आनंद मंगल सिंह ने बताया कि शनिवार की सुबह 5.30 बजे कर्नल मनीष सिंह चौहान अपनी टोली के साथ बीकानेर से श्रीडूंगरगढ़ की ओर जा रहे थे इसी दौरान जीप का टायर फटने से हुए दर्दनाक सड़क हादसे में उनकी मौत हो गई। उनके साथ कार में मौजूद मेजर नीरज शर्मा का भी हादसे में निधन हो गया जबकि 2 जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल जवानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कर्नल मनीष सिंह चौहान के निधन की खबर फैलते ही सीधी जिले के साथ समूचे विंध्य क्षेत्र में मातम छा गया। कर्नल मनीष सिंह चौहान उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में तैनात थे और हादसे के वक्त मिलेट्री एक्सरसाइज में भाग लेने राजस्थान जा रहे थे। उनकी कार बीकानेर से श्रीडूंगरगढ़ की ओर जा रही थी उसी दौरान कार का टायर फटने से यह हादसा घटित हुआ। उनके पिता रिटायर्ड पीडब्ल्यूडी इंजीनियर वंश बहादुर सिंह चौहान के रीवा में सिरमौर चौराहा के समीप स्थित मकान में शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का तांता आज दिन भर लगा रहा। कर्नल मनीष सिंह चौहान का परिवार रीवा में ही सेटल है। उनकी शिक्षा सैनिक स्कूल रीवा से शुरू हुई थी। फिलहाल सीधी जिले के मूल निवासी कर्नल मनीष सिंह के निधन बाद परिवारजन शव को दाह संस्कार के लिए भेजे जाने की मांग कर रहे थे किन्तु सेना ने शव देने से मना कर दिया है। शहीद कर्नल के निधन की खबर बाद गृहग्राम में शोक व्यक्त करने वालों का दिनभर ताता लगा रहा।

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