मायावती की भागवत को दोटूक- हिंदू नहीं, बल्कि धर्मनिरपेक्ष देश है भारत

मायावती की भागवत को दोटूक- हिंदू नहीं, बल्कि धर्मनिरपेक्ष देश है भारत

Tejinder Singh
Update: 2019-10-14 16:10 GMT
मायावती की भागवत को दोटूक- हिंदू नहीं, बल्कि धर्मनिरपेक्ष देश है भारत

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत द्वारा भारत हिंदू राष्ट्र होने की वजह से मुस्लिम समाज सुखी होने के बयान पर उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व बसपा प्रमुख मायावती ने सख्त नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि भागवत को पहले सच्चर कमेटी की रिपोर्ट पढ़ लेनी चाहिए। भारत हिंदू राष्ट्र नहीं, बल्कि धर्मनिरपेक्ष देश है। सरसंघचालक के इस बयान से मुस्लिम व अन्य अल्पसंख्यक समाज के मन में भय की स्थिति निर्माण हो गई है। भाजपा व संघ देश को हिंदू राष्ट्र करना चाहते हैं। वह हमें मान्य नहीं है। भारत धर्मनिरपेक्ष देश है।

बसपा उम्मीदवारों के प्रचारार्थ नागपुर के इंदोरा मैदान पर सोमवार को मायावती की सभा हुई। मंच पर प्रदेश प्रभारी व सांसद डॉ. अशोक सिद्धार्थ, राष्ट्रीय महासचिव सांसद वीरसिंह, प्रदेश नेता कृष्णा बेले, दयानंद किरतकर, जितेंद्र म्हैसकर, भाऊसाहब गोंडाणे, विलास सोमकुंवर, महेश सहारे, पृथ्वीराज शेंडे उपस्थित थे। इस दौरान मायावती ने संघ, भाजपा के साथ कांग्रेस पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि डॉ. बाबासाहब आंबेडकर ने संविधान सिर्फ हिंदुओं को सामने रखकर नहीं लिखा था। सभी जाति, धर्म, पंथ के लोग उसमें अपेक्षित थे। बाबासाहब देश में एकता और अखंडता के पक्षधर थे, जिससे हमने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाने को समर्थन दिया।

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