एनएसए में मोखा को भेजा जेल, शहर में गुजरात पुलिस का डेरा
एनएसए में मोखा को भेजा जेल, शहर में गुजरात पुलिस का डेरा
एसआईटी ने सपन जैन से की पूछताछ, आरोपी देवेश चौरसिया को रिमांड पर लेकर गुजरात ले जाने की तैयारी
डिजिटल डेस्क जबलपुर । नकली रेमडेसिविर मामले के मुख्य आरोपी सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत सिंह मोखा को ओमती पुलिस द्वारा बुधवार को एनएसए के वारंट की तामीली कराने के बाद जेल भेज दिया गया है। उसे अब तीन माह तक जेल में रहना होगा। उधर, गुजरात पुलिस की टीम नकली इंजेक्शन गिरोह के मास्टर माइंड सुनील मिश्रा व दवा सप्लायर सपन को लेकर जबलपुर पहुँची। गुजरात पुलिस शहर में डेरा डाले हुए है और सिटी अस्पताल के कर्मचारी देवेश चौरसिया को रिमांड पर लेकर गुजरात ले जाने की तैयारी में है। अधारताल निवासी देवेश फिलहाल जेल में है। सूत्रों का कहना है कि एसआईटी के सामने सपन ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
उल्लेखनीय है कि शहर में नकली रेमडेसिविर खपाए जाने का मामला उजागर होने पर ओमती पुलिस ने सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत िसंह मोखा व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मामला दर्ज होते ही बीमारी का बहाना बनाकर मोखा भर्ती हो गया था। उसे मंगलवार को उन्हीं के अस्पताल से गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद आरोपी मोखा से एसआईटी अधिकारियों द्वारा घंटों पूछताछ की गई और बुधवार सुबह उसे कोर्ट में पेश किया गया जहाँ से उसे जेल भेजा गया। मोखा को जेल पहुँचाए जाने के दौरान एनएसए वारंट की तामीली कराई गई वहीं जेल में बंद सिटी अस्पताल कर्मी देवेश चौरसिया से जेल में एनएसए वारंट की तामीली कराई गई है।
ट्टनकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में अस्पताल संचालक मोखा को कोर्ट में पेश किया गया और उसके एनएसए वारंट की तामीली कराकर जेल भेजा गया है। वहीं जाँच के लिए गुजरात पुलिस की टीम जबलपुर पहुँची है, जो स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर सभी पहलुओं की जाँच कर रही है।
सिद्धार्थ बहुगुणा, एसपी
मास्टर माइंड को लाई गुजरात पुलिस
जबलपुर आई गुजरात पुलिस अपने साथ नकली इंजेक्शन बेचने वाले गिरोह के मास्टर माइंड रीवा निवासी सुनील मिश्रा व एक अन्य आरोपी सपन जैन को लेकर आई है। यहाँ दोनों आरोपियों की उपस्थिति में स्थानीय पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में प्रकरण में दर्ज की गई एफआईआर व अन्य दस्तावेजों व आरोपियों के बयानों की बारीकी से जाँच की जा रही है।