सीआईडी टीवी सीरियल देखकर आरोपी ने मासूम को उतारा था मौत के घाट

सीआईडी टीवी सीरियल देखकर आरोपी ने मासूम को उतारा था मौत के घाट

Bhaskar Hindi
Update: 2019-03-14 08:49 GMT
सीआईडी टीवी सीरियल देखकर आरोपी ने मासूम को उतारा था मौत के घाट

डिजिटल डेस्क, सतना। नागौद थाना क्षेत्र के रहिकवारा में 6 साल के मासूम शिवाकांत प्रजापति को दिन दहाड़े अगवा कर निर्मम हत्या का 19 वर्षीय आरोपी अनुताभ प्रजापति बेहद शातिर शख्स बताया जा रहा है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक टीवी सीरियल सीआईडी उसकी खास पसंद हैं और यहीं से उसने वारदात के गुर सीखे हैं। बताया गया है कि चोरी की वारदातों में भी उसका अक्सर हाथ रहता था। उसने बच्चे को उठाने के महज आधे घंटे के अंदर ही उसकी रस्सी से गला घोंट कर हत्या कर दी थी और शाम ढलते ही लाश घर के ही पीछे पोखर में फेंक आया था। रहिकवारा के कुम्हारन टोला में आरोपी और मृतक दोनों के घर आस पास हैं। दोनों घरों की गलियां महज 200 मीटर दूर पोखर की ओर खुलती हैं। हत्या के बाद आरोपी बाइक से तकरीबन 2 किलोमीटर दूर पहाड़ी इलाके में गया था,वहीं से उसने रहिकवारा की ही एक महिला विद्या की सिम से शिवकांत के चाचा को फिरौती के लिए कॉल की थी। विद्या ने ये सिम जनवरी में खरीदी थी। विद्या ने भी पुलिस को बरगलाने में कसर नहीं छोड़ी थी।

सच उगलवाने में पुलिस को आया पसीना
पुलिस सूत्रों के मुताबिक अपहरण और हत्या के आरोपी अनुताप प्रजापति को संदेह के आधार पर पुलिस ने 13 मार्च की रात को ही गिरफ्तार कर लिया था। मगर, आरोपी इस कदर शातिर था कि पुख्ता शक के आधार पर थर्ड डिग्री के बाद भी वो देर रात तक सच नहीं बोला। वारदात की ही रात 12 बजे तक एक अन्य संदेही दिव्यांशु प्रजापति भी हिरासत में आ चुका था। आरोपी अनुताप के बड़े भाई राजकुमार को पुलिस बुधवार को धरोहर पहाड़ से उठा कर लाई। वो अपने खेतों की तकवारी में था। बुधवार की दोपहर पुलिस के डॉग स्क्वाड के मूवमेंट बाद ही अंतत: अनुताप ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।

3 भाइयों में सबसे छोटा था मृतक
6 साल का मृतक शिवकांत अपने दो भाइयों के बाद तीसरे नंबर का था। पुलिस ने बताया कि कुम्हारन टोला निवासी राजेश प्रजापति और उनकी पत्नी राजकुमारी  की तीन संतानों में सबसे छोटा था। बड़ा भाई शिवशंकर 11 और साहिल 9 वर्ष का है। शिवकांत के पिता खेतिहर हैं और ईंट भट्टों का भी काम करते हैं।  

28 दिन के अंदर दूसरी वारदात
अपहरण, हत्या और फिरौती से जुड़ी जिले में महज 28 दिन के अंदर ये दूसरी बड़ी वारदात है। जब किसी मासूम की अपहरण के बाद हत्या और फिर फिरौती की मांग आई हो। इत्तेफाकन ये दुर्भाग्य ही है कि चित्रकूट से 6 साल के जुड़वा भाइयों का अपहरण दिनदहाड़े गन प्वाइंट पर 12 फरवरी को हुआ था, जबकि 12 मार्च को दिन दहाड़े ही रहिकवारा से बच्चे का अपहरण कर हत्या कर दी गई।   

 

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