एसटी ने फेल ड्राइवर को थमा दी यात्रियों से भरी बस, हो गया हादसा
एसटी ने फेल ड्राइवर को थमा दी यात्रियों से भरी बस, हो गया हादसा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य मार्ग परिवहन महामंडल का एक ड्राइवर शिवशाही बस चलाने में फेल हुआ था। बावजूद इसके उस ड्राइवर को यात्रियों से भरी बस को लेकर हैदराबाद भेज दिया गया। वापसी के दौरान बस का एक्सीडेंट हो गया, हालांकि कोई यात्री घायल नहीं हुआ। बस क्षतिग्रस्त हो गई। इस प्रकार महामंडल को नुकसान सहना पड़ा है। यह कारनामा एसटी के आलोकेशन विभाग द्वारा किया है। इनकी मनमानी के कारण सैकड़ों यात्रियों की जान खतरे में पड़ी थी।
नागपुर विभाग अंतर्गत रोजाना एक हजार से ज्यादा बसें आवागमन करती हैं। इसमें नागपुर के गणेशपेठ बस स्टैंड नागपुर शहर के यात्रियों के लिए अहम है। यहां एक सौ से ज्यादा लाल बसें और 34 बसें शिवशाही बसें हैं। लाल बसें शिवशाही बसों से छोटी होती हैं। ऐसे में शिवशाही चलाने के लिए लाल बस चालकों को पहले प्रशिक्षण लेना जरूरी होता है। इसके बाद विभागीय वाहतूक अधिकारी द्वारा ड्राइवर की टेस्ट ली जाती है। इस टेस्ट में पास होने पर ड्राइवर को शिवशाही बस का जिम्मा दिया जाता है। लेकिन उपरोक्त घटना में आलोकेशन विभाग की लापरवाही के कारण टेस्ट में फेल हुए एक ड्राइवर को यात्रियों से भरी शिवशाही बस थमाकर भेज दिया गया।
विभागीय यातायात अधिकारी ने जारी किया था पत्र
नागपुर विभाग के विभागीय यातायात अधिकारी द्वारा टेस्ट के बाद एक पत्रक जारी करते हुए दो ड्राइवर को शिवशाही बस चलाने में असमर्थ पाने की बात लिखते हुए स्पष्ट तौर पर इन ड्राइवर को शिवशाही बस चलाने देने पर होनेवाली दुर्घटना का जिम्मेदार ड्यूटी लगानेवाले विभाग को बताया गया था। बावजूद इसके आलोकेशन विभाग ने लापरवाही बरतते हुए 13 मई 2019 को इसमें से एक ड्राइवर को शिवशाही बस से हैदराबाद जाने के लिए कहा। उसने वापसी के दौरान निजामबाद में रिवर्स लेते हुए गाड़ी ठोक दी। दरअसल, इस दिन ड्राइवर की ड्यूटी सिरोंचा के लिए लगी थी। जहां उसे लाल बस लेकर जाना था, लेकिन संबंधित अधिकारी ने लापरवाही दिखाते हुए शिवशाही बस सौंप दी।
हो सकता था, बड़ा हादसा
सूत्रों की मानें तो उपरोक्त ड्राइवर इसके पहले भी नागपुर-शेगांव मार्ग पर शिवशाही बस से दुर्घटना के लिए कारण बना था। इसके बाद ही उसकी टेस्ट हुई थी, जिसमें भी वह फेल हुआ था। घटना की जांच होगी घटना की गंभीरता को देखते हुए इस दिशा में जांच की जाएगी। कार्रवाई भी की जाएगी।
-अशोक वरठे, विभाग नियंत्रक, राज्य परिवहन महामंडल, नागपुर