76 बीएड कॉलेजों पर खतरा, नागपुर विश्वविद्यालय करेगा मान्यता रद्द

76 बीएड कॉलेजों पर खतरा, नागपुर विश्वविद्यालय करेगा मान्यता रद्द

Bhaskar Hindi
Update: 2017-08-18 03:10 GMT
76 बीएड कॉलेजों पर खतरा, नागपुर विश्वविद्यालय करेगा मान्यता रद्द

डिजिटल डेस्क,नागपुर। राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय ने 76 बीएड कॉलेजों की मान्यता रद्द करने का फैसला किया है। इनमें वो कॉलेज शामिल हैं जो राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (NCTE)के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। इस मामले में हाईकोर्ट में चल रही डॉ. साधना माकडे की जनहित याचिका पर कोर्ट ने विवि को इन 76 कॉलेजों के नाम समाचार पत्रों में प्रकाशित करने के आदेश दिए हैं, ताकि विद्यार्थी ऐसे कॉलेजों से सावधान रहें। 

दरअसल इस जनहित याचिका में नागपुर के बीएड कॉलेजों की गिरती गुणवत्ता का मुद्दा उठाया गया था। पिछली सुनवाई में इस मामले में नागपुर विवि को कोर्ट ने इन कॉलेजों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। इन कॉलेजों में पढ़ाने के लिए शिक्षक ही नहीं हैं। इसके बावजूद लंबे समय से ये कॉलेज संचालित हो रहे हैं। 
यह है मामला
बीएड कॉलेजों की गुणवत्ता पर सवाल उठा रही इस याचिका पर पिछली सुनवाई में कोर्ट ने नागपुर विवि को नोटिस जारी किया था। विवि ने जवाब पेश करते हुए शिक्षकों की कमी को इसका कारण बताया था। विवि ने बताया था कि नियमानुसार बीएड कॉलेज में एक प्राचार्य समेत 7 शिक्षकों का होना जरूरी है, लेकिन नागपुर विवि के 117 कॉलेजों में से कुछ चुनिंदा कॉलेजों को छोड़कर कहीं भी शिक्षकों की संख्या पर्याप्त नहीं है। विवि ने कोर्ट को बताया था कि इन कॉलेजों को बंद नहीं किया जा सकता। इस पर याचिकाकर्ता ने आपत्ति जताते हुए दलील दी थी कि इस सूची में कई कॉलेज तो ऐसे हैं, जहां शत-प्रतिशत सीटें हैं, लेकिन एक भी नियमित शिक्षक नियुक्त नहीं है और जिन कॉलेजों में शिक्षकों की संख्या ठीक है, वहां 20 प्रतिशत ही एडमिशन हो सके हैं। याचिकाकर्ता की दलील थी कि NCTE के दिशा-निर्देशों के मुताबिक कॉलेजों में शिक्षकों की नियुक्ति से किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता।

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