नक्सलवाद को बढ़ाने नए दलम हो रहे ऑपरेट

नक्सलवाद को बढ़ाने नए दलम हो रहे ऑपरेट

Anita Peddulwar
Update: 2019-07-31 07:40 GMT
नक्सलवाद को बढ़ाने नए दलम हो रहे ऑपरेट

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महाराष्ट्र के विदर्भ और मध्यप्रदेश तथा छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद पैर पसार चुका है। नक्सलवाद बढ़ाने के लिए कई छोटे-छोटे दलम ऑपरेट हो रहे हैं। पुलिस के लिए रिस्ट्रिक्शन है, लेकिन किसी नक्सली या अपराधी के लिए नहीं।  क्राइम की बात हो या फिर बेसिक को-ऑर्डिनेशन की, सिर्फ अंतरराज्यीय सीमाओं पर नजर रखने से नहीं होता है। अंतरराज्यीय सीमाओं पर नजर रखने के साथ ही को-ऑर्डिनेशन बेहद महत्वपूर्ण होता है। अपराध को पुलिस को-आर्डिनेशन से ही रोक सकती है। यह बात पुलिस परिमंडल-2 की उपायुक्त विनीता साहू ने कही। दैनिक भास्कर कार्यालय में अनौपचारिक चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि हाल ही में नागपुर के पुलिस उपायुक्त की जिम्मेदारी संभाली। वे वाशिम, भंडारा और गोंदिया में कार्य कर चुकी हैं। 

धर-पकड़ तभी संभव

उन्होेंने कहा कि कई बार अपराधी घटना को अंजाम देने के बाद जगह बदल देते हैं। ऐसे समय में को-ऑर्डिनेशन के माध्यम से ही धर-पकड़ की जा सकती है। कई बार अपराधी को बाहर पकड़ने पर स्थानीय पुलिस का उतना सपोर्ट नहीं मिल पाता है, और तब को- ऑर्डिनेशन ही काम आता है। तीन राज्यों की सीमा से जुड़े जिलों में कार्य करने का अनुभव काफी रोमांचित करने वाला रहा। 
आर्गनाइज्ड क्राइम बढ़ रहा

उन्होंने कहा कि आर्गनाइज्ड क्राइम बढ़ रहा है। एक-दूसरे से सारे जुडे़ हुए जिलों में विचरण करने वाले अपराधियों के बारे में जानकारी एक्सचेंज करना भी जरूरी होता है। 6 माह में इस सिलसिले में पड़ोसी राज्यों के साथ बैठकें होती हैं, तब क्रिमिनल्स के बारे में सूचनाओं का आदान-प्रदान िकया जाता है। इसके लिए उच्च स्तरीय पुलिस अधिकारियों की बैठकें होती रहती हैं। 

नागपुर में प्रयोग करेंगी

भंडारा में मैंने ऑपरेशन उड़ान शुरू किया। इसके लिए निधि प्रदान की गई थी। यह प्रयोग वह नागपुर में भी करेंगी। स्कूल कॉलेज में टीचर और परिजनों के लिए वर्कशॉप का आयोजन किया गया था। प्रेम संबंधों के मामले में एक बात देखने में लड़कियां काफी सीरियस होती हैं, लेकिन लड़के सीरियस नहीं होते हैं। विदर्भ और मराठवाड़ा की लड़कियों को राजस्थान में जबरन शादी करा दी जाती है। यहां पर 50 साल के व्यक्ति के साथ 13-15 साल की लड़की की शादी करा दी जाती है।  

पुलिस का दायरा तय

उन्होंने कहा कि क्राइम के तरीके को आइडेंटीफाइ नहीं किया जा सकता है। पुलिस का दायरा तय है, लेकिन अपराधियों का कोई दायरा तय नहीं होता है।  वह कहीं पर भी अपराध कर दूसरे राज्य में भाग जाते हैं। 

साइबर अपराध पर भी फोकस

साइबर अपराध पर भी फोकस करने की पहल हो चुकी है। इस पर और फोकस करने की जरूरत है। ब्लू गेम, पब जी सहित अन्य गेम वाइलेंस गेम हैं। बच्चों को रोकने पर उस गेम के लिए उनके अंदर उत्सुकता पैदा होने लगती है।

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