अस्पताल की सफाई में लापरवाही, ठेका फर्म का टेण्डर निरस्त

अस्पताल की सफाई में लापरवाही, ठेका फर्म का टेण्डर निरस्त

Bhaskar Hindi
Update: 2018-05-04 07:50 GMT
अस्पताल की सफाई में लापरवाही, ठेका फर्म का टेण्डर निरस्त

डिजिटल डेस्क सीधी। जिला अस्पताल में सिद्धार्थ सिक्योरिटी सर्विस का सफाई टेण्डर निरस्त कर दिया गया है। अस्पताल प्रबंधन द्वारा अब सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी रोगी कल्याण समिति के हवाले कर दिया है। दो दिन अस्पताल में झाड़ू न लगने से चारों तरफ फैली गंदगी को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन द्वारा यह निर्णय लिया गया है। ज्ञात हो कि जिला अस्पताल में पिछले दिनों सफाई को लेकर टेण्डर कराया गया था। जिसके तहत  सिद्धार्थ सिक्योरिटी सर्विस नामक फर्म को सफाई का ठेका मिला था। ठेका फर्म द्वारा गत 1 मई से अस्पताल  में सफाई का कार्य शुरू किया जाना था। लेकिन सफाईकर्मियों के साथ तालमेल न बन पाने के कारण ठेका फर्म अस्पताल में निर्धारित दिवस से सफाई नहीं करा पाया और सफाईकर्मी हड़ताल पर भी चले गए थे।

इस दौरान दो दिन अस्पताल में सफाई न होने से वार्डोंं से लेकर पूरे अस्पताल परिसर में गंदगी फैल गई थी। अस्पताल में सफाई व्यवस्था ठप्प होने के बाद हालात यह हो गए कि दो दिन से न तो बाथरूम साफ  हुए और न ही वार्डों में झाड़ू पोंछा लगाया गया। डस्टबिनों में भी कचरा  भरा ही रह गया। सफाई व्यवस्था के बिगड़े हालात को देख अस्पताल प्रबंधन द्वारा फर्म के ठेकेदार से बात की गई लेकिन वह कर्मियों के अभाव में सफाई कराने में असमर्थता जाहिर कर दिया। जिसके चलते अस्पताल प्रबंधन द्वारा फर्म का ठेका निरस्त करते हुए अस्पताल में साफ सफाई के लिए यह जिम्मेदारी रोगी कल्याण समिति के हवाले कर दिया गया। 

दो माह का था टेण्डर 
बताया गया है कि जिला अस्पताल में भारत सिक्योरिटी सर्विस का सफाई ठेका की अवधि बीतने के  बाद स्वास्थ्य संचालनालय भोपाल द्वारा अस्पताल में रोगी कल्याण समिति द्वारा साफ सफाई कराने के लिए निर्देश दिया गया था लेकिन अस्पताल में कार्यरत एक लिपिक द्वारा सांठ गांठ कर टेण्डर जारी करातेे हुए सिद्धार्थ सिक्योरिटी सर्विस नामक फर्म को सफाई का ठेका दिलवा दिया गया। बताया गया है कि टेण्डर अवधि दो माह सीमित होने के कारण अन्य फार्मों द्वारा इसके लिए आवेदन नहीं किया गया था।

उधर सिद्धार्थ सिक्योरिटी सर्विस को टेण्डर मिलने के बाद 1 मई से अस्पताल में सफाई का कार्य शुरू कराया जाना था लेकिन टेण्डर में तयशुदा राशि कम होने के चलते कुछ सफाईकर्मियों को फर्म द्वारा निकाल दिए जाने से सभी सफाईकर्मी नाराज हो गए। नाराज सफाईकर्मियों के बीच बात न बन पाने के कारण अंत में फर्म के ठेकेदार द्वारा सफाई न करा पाने के लिए हाथ खड़े कर दिए हैं। जिसके चलते अस्पताल प्रबंधन को आखिर में रोगी कल्याण समिति के जरिए ही सफाई का कार्य कराने का निर्णय लेना पड़ा। 

इनका कहना है 
ठेका फर्म द्वारा सफाई न करा पाने के कारण उसका टेण्डर निरस्त कर दिया गया है। अस्पताल में अब सफाई रोगी कल्याण समिति द्वारा कराई जाएगी। निर्णय के बाद सभी सफाईकर्मी काम पर लौट आए हैं जिनके द्वारा सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया है। 
डा. डी.के द्विवेदी सिविल सर्जन, जिला अस्पताल। 

 

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