कच्चे मकानों के छप्परों पर नीलगाय ने मचाई उछल - कूद, एक गंभीर रूप से घायल

कच्चे मकानों के छप्परों पर नीलगाय ने मचाई उछल - कूद, एक गंभीर रूप से घायल

Bhaskar Hindi
Update: 2018-12-17 11:44 GMT
कच्चे मकानों के छप्परों पर नीलगाय ने मचाई उछल - कूद, एक गंभीर रूप से घायल

डिजिटल डेस्क, छतरपुर। अलीपुरा थाना क्षेत्र के करारागंज गांव में एक नीलगाय ने ऐसा आतंक मचाया कि न केवल कच्चे घरों के कवेलू खपरैल टूट फूट गए, बल्कि एक 15 वर्षीय बालक बुरी तरह घायल हो गया।

भटककर घुसा था गांंव में
इस संबंध में बताया गया है कि पिछले दिनों एक वन्य प्राणी नीलगाय जंगल से भटक कर करारागंज गांव में घुस आया था। रात करीब 8: 00 बजे ग्रामीणों ने इसे भगाने का प्रयास किया। ग्रामीणों के शोरगुल करने तथा मारने का प्रयास किए जाने से घबराकर नीलगाय पूरे गांव में यहां वहां उछल कूद मचाने लगी और अंतत: अपने बचाव के लिए कच्चे घरों की छतों पर चढ़कर यहां से वहां छलांग लगाने लगी। इसी धमाचौकड़ी में यह नीलगाय गिरजा बाजपेई के कच्चे मकान पर कूद गई। जैसे ही नीलगाय कूदी कच्चा छप्पर भरभराकर नीचे सो रहे 15 वर्षीय लड़का धीरेंद्र बाजपेई के ऊपर नील गाय के साथ गिरा। छप्पर गिरने से बालक गंभीर रूप से घायल हो गया। बड़ी मशक्कत के बाद नीलगाय को गांव से बाहर गिरा भगाया गया।

घायल बालक का नहीं हुआ इलाज
स्थिति यह है कि वह अब घायल बालक खड़ा तक नहीं हो पा रहा है । घायल बालक के पिता ने वन विभाग अलीपुरा पहुंचकर इस मामले की जानकारी दी, लेकिन वन कर्मियों द्वारा मौके पर पहुंचना भी मुनासिब नहीं समझा। लड़के के पिता ने आरोप लगाया की उनके घर का जो नुकसान हुआ है वह तो ठीक है, लेकिन उनका 15 वर्षीय लड़का ठीक से चल फिर भी नहीं पा रहा है। उसकी स्थिति स्थिर बनी हुई है ऐसी स्थिति में घायल लड़के की दवा भी नहीं करा पा रहा है। फरियादी पिता गिरिजा प्रसाद वाजपेई की हालत गरीब होने के कारण वह वन विभाग द्वारा मिलने वाली सहायता राशि के भरोसे बैठा हुआ है। ग्रामीणों का कहना है की यदि नीलगाय को ग्रामीण नुकसान पहुंचा देते ऐसी स्थिति में उन्हें कानूनी अपराध माना जाता, लेकिन जंगली जानवर द्वारा उन्हें जो परेशानी हो रही है वह वन विभाग की जिम्मेदारी है।

 

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