अब संक्रमण के खतरे को कम करेगा एम 19 फेस शील्ड मास्क
अब संक्रमण के खतरे को कम करेगा एम 19 फेस शील्ड मास्क
डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना से संक्रमित लोगों का इलाज करने वाले डॉक्टर और दूसरे मेडिकल स्टॉफ को व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) की कमी का सामना करना पड़ रहा है। दुनियाभर से मास्क, वेंटिलेटर जैसी चीजों की भी कमी की खबरें आ रही हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए कई कंपनियों ने इन चीजों को बनाने का काम शुरू किया है। इसी के अंतर्गत एक निजी लैब ने भी एम 19 फेस शील्ड बनाने का बीड़ा उठाया है। जो कि कोरोना से लड़ रहे डॉक्टर, नर्स और दूसरे पैरामेडिकल स्टॉफ के लिए बना रही है। कंपनी के प्रतीक गडकर ने बताया,कि कोरोना के कारण मास्क की कमी हो रही है। हमने सोचा कि क्यों ना ऐसा मास्क बनाया,जो कि सिर से गर्दन तक का एरिया कवर करें, इसलिए हमनें एम 19 फेस शील्ड बनाया। मास्क बनाने के बाद मेयो,मनपा ,सफाई कर्मचारियो,सब्जी वाले,सिक्युरिटी गार्ड को नि शुल्क वितरण किया गया है। हम कोविड-19 रोगियों की देखभाल में जुटे स्वास्थ्य कर्मियों और उनके अथक प्रयासों की सराहना करते हैं। मुझे यकीन है कि यह फेस शील्ड बीमारी के खतरे को कम करने में मदद करेगा और इन कर्मियों को स्वास्थ्य संबंधी खतरे से सुरक्षित रखेगा
1 मिनिट में होता है 1 मास्क तैयार
प्रतीक ने बताया कि हम प्रतिदिन 1000 से अधिक मास्क का निर्माण कर रहे है। हमारा उद्देश्य यहीं है कि स्वास्थ्य कर्मियो को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाया जा सकें। एक मास्क को तैयार करने में 1 मिनिट का समय लगता है। लेजर कटिंग मशीन से इसको कट किया जाता है। बांधने के लिए कॉटन रोप का इस्तेमाल किया गया है। मास्क में उपर की तरफ चार होल किए गए है। ताकि इसमें फॉग ना जमें। नॉर्मल मास्क से केवल नाक और मुंह ही कवर होते है,लेकिन एम 19 फेस शील्ड से सिर से गर्दन तक का हिस्सा कवर होता है। इस मास्क के अंदर नॉर्मल मास्क भी पहन सकते है। फेस शील्ड मास्क वॉशेबल है। इसको यूज करने के बाद इसे सैनिटाइजर या पानी में सैनिटाइजर मिलाकर वॉश किया जा सकता है।