रेलवे रिजर्वेशन फॉर्म भरने में यात्रियों को हो रही परेशानी -रेल स्टाफ के साथ रोज हो रहा विवाद

रेलवे रिजर्वेशन फॉर्म भरने में यात्रियों को हो रही परेशानी -रेल स्टाफ के साथ रोज हो रहा विवाद

Bhaskar Hindi
Update: 2021-02-06 09:20 GMT
रेलवे रिजर्वेशन फॉर्म भरने में यात्रियों को हो रही परेशानी -रेल स्टाफ के साथ रोज हो रहा विवाद

कागजी प्रक्रिया में ही निकल जा रहा पूरा समय, असंतोष

डिजिटल डेस्क जबलपुर। रेलवे के अनोखे नियम रिजर्वेशन कराने वाले यात्रियों के गले की फाँस बनते जा रहे हैं। इन नियमों का पालन करने को लेकर आए दिन यात्रियों और रेलवे स्टाफ के बीच विवाद हो रहा है। टिकट रिजर्वेशन में कोरोनाकाल के जो नियम बनाए गए थे, वो अब यात्रियों को मुसीबत लग रहे हैं।   रेलवे स्टेशन के   आरक्षण केन्द्र में करीब एक घंटे तक लंबी लाइन में लगने के बाद जब रीवा जाने वाले राम कोरी ने गंतव्य स्टेशन पर संबंधित व्यक्ति, मोबाइल नम्बर और पिन कोड की जानकारी नहीं भरी तो  काउंटर पर बैठे स्टाफ के साथ विवाद हो गया। रेल स्टाफ ने आधे-अधूरे फॉर्म को लौटाते हुए रिजर्वेशन करने से इनकार कर दिया। इस बात पर श्री कोरी ने कहा कि रीवा वो किसी काम से जा रहे हैं और वहाँ किसी व्यक्ति को जानते ही नहीं हैं, तो मोबाइल नम्बर और पिन कोड कहाँ से दें.. 
वहीं मुंबई जाने के लिए लाइन में खड़े मुकेश श्रीवास्तव  ने नाराजगी जताते हुए कहा कि कोरोनाकाल में रेलवे ने तत्काल टिकट के लिए फॉर्म में गंतव्य स्टेशन के नाम के साथ वहाँ किस व्यक्ति के यहाँ जा रहे हैं उसका नाम, पता और पिन कोड नम्बर अनिवार्य कर दिया है। जिसकी वजह से यात्रियों को जहाँ एक ओर खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, वहीं कागजी प्रक्रिया में ही पूरा समय निकल जाने के कारण वो तत्काल टिकट से वंचित रह जा रहे हैं।

इनका कहना है
रोनाकाल में यात्रियों की पहचान और वो कहाँ, किसके यहाँ जा रहे हैं, इन जानकारियों को रिजर्वेशन टिकट के लिए अनिवार्य किया गया है। ताकि किन्हीं परिस्थितियों में यात्री तक पहुँचा जा सके। यह रेलवे का नियम है, इसका पालन तो करना होगा। कागजी प्रक्रिया में समय जरूर लग रहा है लेकिन यह यात्रियों की भलाई के लिए है।
विश्व रंजन, सीनियर डीसीएम

Tags:    

Similar News