सत्ता संघर्ष की राजनीति के बीच पवार का नागपुर दौरा, जानिए क्या होगा खास

सत्ता संघर्ष की राजनीति के बीच पवार का नागपुर दौरा, जानिए क्या होगा खास

Tejinder Singh
Update: 2019-11-13 12:41 GMT
सत्ता संघर्ष की राजनीति के बीच पवार का नागपुर दौरा, जानिए क्या होगा खास

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य में सरकार गठन के लिए सत्ता संघर्ष की राजनीति के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार गुरुवार 14 नवंबर से दो दिवसीय नागपुर दौरे पर रहेंगे। राकांपा सरकार बनाने के लिए प्रयास कर रही है। ऐसे में राकांपा प्रमुख के नागपुर दौरे को लेकर राजनीतिक गलियारे में हलचल भी है। अनुमान लगाया जा रहा है कि  पवार किसानों से संवाद के बहाने नागपुर में आकर राकांपा कांग्रेस के लिए राजनीतिक सहयोग की रणनीति पर कुछ लोगाें से चर्चा करेंगे। पार्टी की ओर से दावा किया जा रहा है कि पवार के नागपुर दौरे का राजनीतिक संबंध नहीं है। विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद 30 अक्टूबर को राकांपा विधानमंडल के सदस्यों की बैठक में निर्णय लिया गया था कि राकांपा विपक्ष में रहकर अपनी स्थिति को मजबूत करेगी। राकांपा प्रमुख ने चुनाव प्रचार में काफी मेहनत की थी।

कई स्थानों पर सभाएं ली थी। लिहाजा उनके सुझाव के अनुरुप ही विदर्भ में दौरा करने का कार्यक्रम बन रहा था। चुनाव के समय भारी बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेने के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में पार्टी की स्थिति की समीक्षा करने का भी निर्णय लिया गया था। यह भी कहा जा रहा है कि पवार समय समय पर किसानों से संवाद करते रहते हैं। नवंबर 2017 में भी वे 4 दिन के दौरे पर विदर्भ में आए थे। गडचिरोली,चंदपुर व वर्धा जिले में उन्होंने किसानों से संवाद साधा था। इस बार पवार केवल नागपुर जिले में रहेंगे। 14 नवंबर को काटोल क्षेत्र में किसानों से चर्चा करेंगे। बाद में नागपुर लौटकर होटल में ठहरेंगे। होटल में रात्रि विश्राम होगा। इस दौरान वे नए पुराने सहयोगी कार्यकर्ताओं से भी मिलेंगे। इन कार्यकर्ताओं में ऐसे कार्यकर्ता भी शामिल हैं जो भाजपा या कांग्रेस के बड़े नेता बने हुए हैं। विदर्भ में कांग्रेस के 15 व राकांपा के 6 विधायक हैं।

8 विधायक निर्दलीय जीते हैं। यह भी बताया जा रहा है कि औद्योगिक संस्थाओं की स्थिति व कामगारों को न्याय दिलाने के मामले पर भी चर्चा होगी। इस चर्चा में ऐसे नेता भी शामिल रहेंगे जो अन्य दलों से जुड़े हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि पवार का यह दौरा राजनीतिक ही हो सकता है। किसान समस्या जानने के लिए पवार शहर में नहीं ठहरते रहे हैं। बिरसा मुंडा जयंती कार्यक्रम के बहाने भी क्षेत्रीय नेताओं से मिलने की तैयारी है। यह कार्यक्रम उत्तर नागपुर में होगा। लोकसभा चुनाव के समय इस तरह का कार्यक्रम कस्तूरचंद पार्क में हुआ था। तब ऐसे नेता भी कांग्रेस उम्मीदवार के साथ मंच पर आए थे जिनकों लेकर पार्टी में विवाद था। 

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