इस तरह शरीर में पहुंच रहा जहर, नाले के पानी से तैयार सब्जियां बाजार में बिक रही

इस तरह शरीर में पहुंच रहा जहर, नाले के पानी से तैयार सब्जियां बाजार में बिक रही

Tejinder Singh
Update: 2019-10-15 07:51 GMT
इस तरह शरीर में पहुंच रहा जहर, नाले के पानी से तैयार सब्जियां बाजार में बिक रही

डिजिटल डेस्क, नागपुर। हम स्वास्थ्य के लिए अच्छा समझकर हरी व ताजा सब्जियों का उपयोग करते हैं, लेकिन बढ़ते प्रदूषण के कारण अब हरी सब्जियां उतनी स्वास्थ्यवर्धक नहीं रह गई हैं। भारी मात्रा में कीटनाशकों और हार्मोन्स के उपयोग के साथ-साथ अब सिंचाई के लिए उपयोग में लाया जा रहा है दूषित पानी भी उन्हें जहरीला बना रहा है। नागपुर में आसपास स्थित ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी मात्रा में सब्जियां ब्रिकी के लिए आती हैं। इनमें से बड़ी मात्रा ऐसी सब्जियों की है जो नाग नदी के किनारे उगाई जाती है। नदी के किनारे स्थित खेतों में नाग नदी के पानी का उपयोग किया जाता है। नदी में मोटर पंप लगाकर भूमिगत लाइन के जरिए पानी खेतों में पहुुंचाया जाता है। भले ही ताजा दिखने वाली ये हरी सब्जियां आप स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद समझकर खरीद रहे हों, पर ये खतरनाक साबित हो सकती हैं। जानकारी के अनुसार भंडारा रोड पर स्थित आसोली गांव में नदी के किनारे स्थित कई खेतों में नाग नदी के पानी को मोटर पंप के जरिए खींचकर खेतों में पहुंचाया जा रहा है। खेतों में धान के साथ-साथ पालक, मेथी, धनिया, भिंडी, गिलकी की फसल लगी हुई है। नीरी में वॉटर टेक्नोलाॅजी एंड मैनेजमेंट के प्रमुख व सीनियर प्रिंसिपल साइंटिस्ट पवन लाभशेतवार के अनुसार नाग नदी का पानी न सिर्फ सिंचाई के लिए, बल्कि वहां काम कर रहे किसानों के लिए भी खतरनाक है। पानी में मौजूद खतरनाक बैक्टेरिया किसानों के शरीर में पहुंच सकते हैं। इसके साथ ही वहां उगाई गई सब्जियां भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकती हैं। उन्होंने बताया कि कई अध्ययनों में साबित हो चुका है कि सीवेज युक्त पानी में हैवी मेटल्स व अन्य हानिकारक जीवाणु होते हैं, जो मानव स्वास्थ्य के लिए काफी खतरनाक हैं।  

सिंचाई के लिए उपयुक्त नहीं

सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के वाॅटर क्वालिटी क्रैटेरिया के अनुसार नाग नदी का पानी सिंचाई के लिए उपयुक्त नहीं है। इसमें जैविक प्रदूषकों की अधिकता है। कोलीफार्म की गणना के अनुसार नाग नदी का पानी खराब और सीवेज के कारण अति दूषित है। 

खतरनाक है सेवन

ऐसी सब्जियों के सेवन से शुरू में डायरिया, लूज मोशन, उल्टी हो सकती है। लगातार सेवन से ब्लड, किडनी, लिवर, ब्रेन फंक्शन, लंग्स में जाकर उनके फंक्शन को प्रभावित कर सकता है। इसकी वजह से व्यक्ति के एनर्जी लेवल में कमी आ सकती है, उनकी इम्यूनिटी क्षमता कम हो सकती है। बाद में इससे कैंसर भी हो सकता है। शहर हो या गांव, प्रदूषित पानी का इस्तेमाल कहीं नहीं होना चाहिए, खासकर खाने-पीने की चीजों के लिए तो बिल्कुल भी नहीं।

यह सावधानी बरतें

अगर आपको जानकारी हो कि इन सब्जियों को उगाने में लिए नाले के पानी का उपयोग किया गया है, तो उसका उपयोग न करें। कोई भी सब्जी या फल को खाने से पहले अच्छी तरह साफ करना चाहिए। खासकर सलाद के रूप में कच्ची खाई जाने वाली सब्जियों के मामले में सावधानी ज्यादा बरतनी चाहिए। कई बार लोग खीरा, मूली, गाजर बिना ठीक से धोए ही खा लेते हैं, यह खतरनाक साबित हो सकता है। धनिया पत्ती, पुदिना वगैरह भी ठीक से धोकर ही इस्तेमाल करें। 
 

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