भुजबल का अपमान करने वाला सब इंस्पेक्टर सस्पेंड, विधानसभा में मामला गूंजा

भुजबल का अपमान करने वाला सब इंस्पेक्टर सस्पेंड, विधानसभा में मामला गूंजा

Tejinder Singh
Update: 2018-07-18 15:04 GMT
भुजबल का अपमान करने वाला सब इंस्पेक्टर सस्पेंड, विधानसभा में मामला गूंजा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विधायकों के साथ अधिकारियों के व्यवहार का मामला बुधवार को विधानसभा में गूंजा। विधायकों का कहना था कि अधिकारी अपमान करने लगे हैं। ऐसे ही एक मामले में राकांपा सदस्य व पूर्व गृहमंत्री छगन भुजबल के अपमान के आरोप में पुलिस उपनिरीक्षक महावीर जाधव को निलंबित करने का आदेश विधानसभा अध्यक्ष हरिभाऊ बागड़े ने दिए हैं। इस बीच शिवसेना के सदस्य भी अधिकारियों के व्यवहार को लेकर आक्रामक हुए। हंगामें को देखते हुए सभागृह की कार्रवाई स्थगित करनी पड़ी।

विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव के तहत राकांपा सदस्य जीतेंद्र आव्हाड़ ने भुजबल से अधिकारी के व्यवहार का मामला उठाया था। आव्हाड़ ने बताया कि भुजबल के बारे में पुलिस उपनिरीक्षक ने अशोभनीय बात की। भुजबल समर्थक कार्यकर्ता से कही गई बात का जिक्र किया गया। सदस्य अजित पवार ने भी भुजबल के मामले को लेकर विधायकों के अधिकार का प्रश्न उठाया। राजस्वमंत्री चंद्रकांत पाटील ने भी कहा कि जनप्रतिनिधियों के साथ अपमानजनक व्यवहार करनेवाले अधिकारियों पर नियंत्रण करना होगा। सदस्यों की मांग पर विधानसभा अध्यक्ष ने पुलिस उपनिरीक्षक के निलंबन की घोषणा की।

शिवसेना सदस्य हुए आक्रामक

पुलिस उपनिरीक्षक के निलंबन की घोषणा के बाद शिवसेना के सदस्य आक्रामक हुए। सदस्यों का कहना था कि राज्य में और भी कई मामले हैं जिनमें अपमान करनेवाले अधिकारियों पर कार्रवाई होना चाहिए। सेना के दो विधायक दो वर्ष पूर्व के मामलों में अधिकारियों के निलंबन की मांग करते हुए वेल में पहुंच गए। नारेबाजी करने लगे। उस दौरान दर्शक दीर्घा में युवा सेना के अध्यक्ष आदित्य ठाकरे बैठे थे। हंगामें को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने 12.36 बजे 15 मिनट के लिए कामकाज स्थगित कर दिया।

12.51 बजे तालिका अध्यक्ष ने 15 मिनट के लिए दोबारा सभा स्थगित की। 1.06 बजे कामकाज शुरु हुआ। तब शिवसेना सदस्य राजेश क्षीरसागर ने 6 वर्ष पूर्व के मामले में भुजबल की तरह न्याय मिलने की मांग की। ज्योति प्रिया सिंह नाम अधिकारी की शिकायत करते हुए कहा कि वह अहमदनगर, हैदराबाद , कोल्हापुर, जालना में विवादों में रही है। सेना सदस्य नागेश पाटील आष्टीकर ने 2 वर्ष पहले के एक मामले में पुलिस निरीक्षक द्वारा की गई बदसलूकी के आडियो क्लिप सभागृह में सुनाए।

अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर सर्वदलीय सदस्य वेल में आकर हंगामा करने लगे। लिहाजा 1.19 बजे तीसरी बार सभा स्थगित की गई। बाद में अन्य सदस्यों ने अपने अपने क्षेत्र में अधिकारियों के व्यवहार की जानकारी देते हुए विधायकों के अधिकार के संरक्षण का निवेदन किया।

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